facebookmetapixel
घने कोहरे की मार: दिल्ली समेत पूरे उतरी क्षेत्र में 180 से अधिक उड़ानें रद्द, सैकड़ों विमान देरी से संचालितनए साल पर होटलों में अंतिम समय की बुकिंग बढ़ी, पर फूड डिलिवरी करने वाले गिग वर्कर्स के हड़ताल से दबावबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका जाएंगे अंतिम संस्कार मेंकमजोर गर्मी-लंबे मॉनसून के चलते 2025 में सुस्त रहा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बाजार, पर GST कटौती से राहत‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदला देश का सुरक्षा सिद्धांत, अब सीधे वार के लिए भारत तैयारउम्मीदों पर सवार ग्रामीण अर्थव्यवस्था! GST राहत और बढ़ी खपत ने संवारा, आय को लेकर उम्मीदें मजबूतMapmyIndia के मैपल्स ऐप में मेट्रो, रेल व बस रूट जुड़े, पब्लिक ट्रांसपोर्ट हुआ और आसान31 दिसंबर की गिग कर्मियों की हड़ताल से क्विक कॉमर्स पर संकट, जोमैटो-स्विगी अलर्ट मोड मेंAI से बदलेगा बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग उद्योग, कैपजेमिनाई-WNS डील ने खोली नई राहTata Power ने रचा इतिहास, राजस्थान में 1 गीगावॉट सौर परियोजना की सफल शुरुआत

चुनावी बॉन्ड को लेकर चिदंबरम का कटाक्ष : गुमनाम लोकतंत्र जिंदाबाद

पूर्व वित्त मंत्री ने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि “हमारा गुमनाम लोकतंत्र जिंदाबाद

Last Updated- March 07, 2023 | 12:18 PM IST
P. Chidambaram

सात मार्च कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिले चंदे का उल्लेख करते हुए मंगलवार को दावा किया कि यह चंदा और इसकी एवज में लाभ गोपनीय तरीके से दिया और लिया जाता है।

पूर्व वित्त मंत्री ने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि “हमारा गुमनाम लोकतंत्र जिंदाबाद।”

उन्होंने ट्वीट किया, “अब तक 12,000 करोड़ रुपये की कीमत के चुनावी बॉन्ड बिके हैं। इनका ज्यादातर हिस्सा कारोबारी समूहों ने खरीदा और भाजपा को गुपचुप तरीके से चंदा दे दिया।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “कारोबारी समूह गैर-पारदर्शी चुनावी बॉन्ड व्यवस्था के जरिये चंदा देने के लिए आतुर क्यों हैं? कॉरपोरेट समूह चुनावी बॉन्ड के जरिये चंदा इसलिए नहीं देते कि वे लोकतंत्र से प्यार करते हैं। कॉरपोरेट चंदा उन लाभ का आभार जताने का एक माध्यम होता है, जो उन्हें अतीत के वर्षों में मिले हैं।”

चिदंबरम ने कटाक्ष करते हुए कहा, “यह स्पष्ट समझौता है। लाभ गुपचुप ढंग से पहुंचाए जाते हैं। इनाम भी गोपनीय तरीके से मिलता है। हमारा गुमनाम लोकतंत्र जिंदाबाद।”

First Published - March 7, 2023 | 11:12 AM IST

संबंधित पोस्ट