वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में ओयो ने पहली बार सकारात्मक नकदी प्रवाह दर्ज किया है। अब कंपनी कारोबार को लाभदायक रूप से बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ओयो के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक ट्रॉय एल्स्टेड सालाना बैठक के लिए भारत का दौरा कर रहे हैं। उनका मानना है कि कंपनी वृद्धि की राह पर है। आर्यमन गुप्ता और शिवानी शिंदे के साथ वीडियो कॉल में एल्स्टेड ने नेतृत्व और कारोबारी अवसर के अगले चरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए आईपीओ की योजना के बारे में बात की। मुख्य अंश
मैं कोई खास समयसीमा नहीं बता सकता। निदेशक मंडल सही वक्त पर इस संबंध में फैसला करेगा कि वह समय कैसा हो सकता है। हम हर वक्त इसमें सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। यह आंशिक रूप से कंपनी के भीतर प्रगति पर आधारित होगा, जो काफी मजबूत रही है।
दोनों ही बातें हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि सीएक्सओ समूह इस संबंध में काफी ध्यान केंद्रित कर रहा है। और इस पर काफी समय से काम चल रहा है। वित्त वर्ष 23 में स्पष्ट बदलाव हुआ, जब कंपनी ने पहली बार पूरे वर्ष के लिए एबिटा सकारात्मक कर दिया और फिर चौथी तिमाही में नकदी प्रवाह सकारात्मक हो गया, लेकिन समय के साथ-साथ इसमें सुधार हो रहा है। प्रबंधन टीम ने इस पर सुनियोजित ढंग से ध्यान दिया है, क्योंकि निदेशक मंडल भी उन योजनाओं में अत्यधिक सक्रिय है।
यह (उन्हें कंपनी में बनाए रखना) हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह एक जुनून है, जो मुझे मसलन स्टारबक्स जैसी जगहों के अपने पिछले अनुभवों से हासिल हुआ है, जहां हमने प्रतिभा विकास, प्रतिभावान कर्मचारियों को बरकरार रखने और प्रतिभा आकर्षण पर काफी ध्यान दिया है। यहां ओयो में हम निदेशक मंडल और समिति की प्रत्येक बैठक में इन चर्चाओं पर काफी ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं।
संस्कृति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हम विविधता पर भी काफी ज्यादा ध्यान केंद्रित करते हैं। निदेशक मंडल के स्तर पर हमें अक्सर विविधतापूर्ण पैमाना नजर आता है। लोगों के लिए ओयो आकर्षक जगह है। बाजार यह बात जानता है कि यहां क्या हो रहा है, क्योंकि ओयो पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण परिवर्तन के जरिये आगे बढ़ी है, यह लाभ में आई है और इसने बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा बनाई की है। प्रतिभा के संबंध में भी निदेशक मंडल करीब से शामिल रहता है।
भारत में विकास और प्रगति के बड़े अवसर के साथ इसे वैश्विक स्तर पर केंद्रित किया जाएगा। लाभ यह सुनिश्चित करने का शुरुआती बिंदु है कि हमारे पास आगे बढ़ने का आधार है। हमारा मानना है कि वैश्विक स्तर पर अवसर है। हालांकि इनमें से कुछ भी भारत के जबरदस्त अवसर में बदलाव नहीं करेगा। यहां अभी काफी ज्यादा विकास होना है और हम इसे लाभदायक तरीके से पूरा करेंगे।
हम ऐसा (मूल्यांकन के संबंध में चर्चा) करते हैं। निदेशक मंडल मूल्यांकन के लिए महत्वपूर्ण पैमाने के मामले में ओयो के भीतर दोनों तरह की आंतरिक स्थिति पर बारीकी से नजर रखता है और हम यह समझने के लिए हमेशा बाहरी बाजार पर भी नजर रखते हैं कि वह स्थिति कैसी दिखती है।
मैं तीन साल पहले ओयो में शामिल हुआ था। इसकी वृद्धि की लंबी राह के ठीक बाद, जो काफी तेजी से काफी ज्यादा इजाफा था। वास्तव में यह असामान्य नहीं है। हम स्टारबक्स में भी इससे गुजरे थे। वहां हम ऐसे बिंदु पर पहुंच गए थे, जहां हम बहुत अधिक विकास पर जोर दे रहे थे और इसमें कुछ तब्दील करने की जरूरत थी। वैसे ही जैसा ओयो में हुआ है। इसके बाद से खास तौर पर ओयो में शानदार प्रगति रही है।
हमने कोविड से उत्पन्न मांग में खासा सुधार देखा है और मुझे उम्मीद है कि यह जारी रहेगा। अगर मैं दुनिया भर में देखते हुए इससे आगे कदम बढ़ाऊं, तो ओयो द्वारा पेश की गई क्षमताओं के मद्देनजर विकास का जबरदस्त अवसर है। और हमारा ज्यादातर ध्यान उन प्राथमिकता वाले बाजारों की पहचान करने पर रहा है तथा इस बात पर कि हम उन्हें किस तरह सही तरीके से क्रमबद्ध करते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जैसे-जैसे हम अपने सबसे बड़े प्राथमिक बाजारों में बढ़ रहे हैं, हम छोटे बाजारों में भी अपनी विकास योजनाएं विकसित करें। वैश्विक स्तर पर ओयो के लिए अवसर काफी महत्वपूर्ण है।
यह काफी बड़ी प्राथमिकता है। निदेशक मंडल इसमें गहराई से जुड़ा हुआ है।