facebookmetapixel
Gold ETFs में इनफ्लो 7% घटकर ₹7,743 करोड़ पर आया, क्या कम हो रही हैं निवेशकों की दिलचस्पी?चार्ट्स दे रहे ब्रेकआउट सिग्नल! ये 5 Midcap Stocks बना सकते हैं 22% तक का प्रॉफिट₹60 के स्मॉलकैप Metal Stock पर मिल सकता है 80% रिटर्न, ब्रोकरेज बोले – खरीदों; एंट्री का सही वक्तरूस से तेल सप्लाई रुकी तो क्या फिर बढ़ेंगे दाम? एक्सपर्ट बता रहे क्या होगा आगेHAL Q2FY26 results: पीएसयू डिफेंस कंपनी का मुनाफा 10% बढ़कर ₹1,669 करोड़, रेवेन्यू भी 11% बढ़ाAshok Leyland ने Q2 में किया धमाका! ₹9,588 करोड़ का रेवेन्यू, डिविडेंड का दिया तोहफाGemini AI विवाद में घिरा गूगल! यूजर्स की प्राइवेसी लीक करने के आरोपPM Kisan Scheme: कब तक आएगी पीएम किसान की 21वीं किस्त? जानें क्यों हो रही देरीAI शेयरों की कीमतें आसमान पर, अब निवेशकों के लिए भारत बन रहा है ‘सेफ हेवन’! जानिए वजहDelhi Pollution: दिल्ली बनी गैस चेंबर! AQI 425 पार, कंपनियों ने कहा – ‘घर से ही काम करो!’

महाराष्ट्र में बिजली कटौती एक घंटा बढ़ी

Last Updated- December 07, 2022 | 10:45 AM IST

राज्य में कम बरसात होने की वजह से विद्युत उत्पादन में भी कमी है। जिससे के वजह से महाराष्ट्र सरकार ने लोडशेडिंग की समय सीमा और बढ़ाने का निर्णय लिया है।


लेकिन सरकार के इस फैसले में मुंबई को नहीं शामिल किया गया है। राज्य के ऊर्जा मंत्री दीलिप वल्से पाटिल ने  कहा कि मुंबई को छोड़कर  राज्य के सभी जिलों में जारी बिजली कटौती में एक घंटे की बढ़ोत्तरी की जाएगी। इस समय राज्य में 19,500 मेगावाट बिजली का जरुरत हैं जबकि कुल उत्पादन 15,000 मेगावाट ही हो पाता है।

सह्याद्री गेस्ट हाउस में राज्य के बिजली अधिकारियों से बिजली आपूर्ति पर सलाह करने के बाद ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बरसात कम होने की वजह से राज्य मे चल रही बिजली उत्पादन ईकाइयां अपने क्षमता के अनुसार काम नहीं कर पा रही है। जिसके कारण सरकार को मजबूरी में यह फैसला लेना पड़ा है।

बिजली कटौती की समय सीमा एक घंटे और बढ़ाने की बात राज्य के कैबिनेट की होने वाली बैठक में पेश किया जाएगा इसके बाद यह फैसला लागू हो जाएगा।  बिजली कटौती करने की एक और मुख्य वजह रत्नागिरी पवार प्रोजेक्ट का 600 मेगावाट उत्पादन करने वाला एक यूनिट में खराबी आ जाने के कारण राज्य में बिजली की कमी हो गई है। राज्य में पहले से ही विभिन्न जिलों में 3 से 16 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। सरकार के इस फैसले से कृषि और उद्योग-धन्धों पर बुरा असर पड़ेगा।

इस पर ऊर्जा मंत्री का कहना था कि यह बात हमें पता है इसीलिए उद्योग वाले एरियों में जहां 16 घंटे बिजली की कटौती होती थी अब सप्ताह में सिर्फ एक दिन यानी रोज रोज कटौती न करके सिर्फ 24 घंटे एक ही दिन छुट्टी वाले दिन की जाएगी। यह निणर्य एमआईडीसी वाले क्षेत्रों में लागू होगा। साथ ही सरकार ने रत्नागिरी के खराब हुए यूनिट को जल्द से जल्द सही करने के साथ ही 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन का आदेश दिया है।

First Published - July 13, 2008 | 9:58 PM IST

संबंधित पोस्ट