facebookmetapixel
2026 में मिड-सेगमेंट बनेगा हाउसिंग मार्केट की रीढ़, प्रीमियम सेगमेंट में स्थिरता के संकेतYear Ender 2025: IPO बाजार में सुपरहिट रहे ये 5 इश्यू, निवेशकों को मिला 75% तक लिस्टिंग गेनIDFC FIRST ने HNIs के लिए लॉन्च किया इनवाइट-ओनली प्रीमियम कार्ड ‘Gaj’; जानें क्या है खासियत90% प्रीमियम पर लिस्ट हुए इस SME IPO के शेयर, निवेशकों को नए साल से पहले मिला तगड़ा गिफ्ट2026 में सोना-चांदी का हाल: रैली जारी या कीमतों में हल्की रुकावट?Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 50 अंक टूटा; निफ्टी 25900 के करीब

बिहार ने जुटाए डेढ़ हजार करोड़ रुपये

Last Updated- December 07, 2022 | 9:43 AM IST

बिहार सरकार ने अपने योजना खर्च में हो रही वृद्धि को देखते हुए 1500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था कर ली है।


राज्य के वित्त विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बिहार राज्य की वार्षिक योजना वैसे 13 हजार 500 करोड़ रुपये की है। इसी राशि के तहत राज्य की सारी योजनाओं का खर्च निकाला जाता है। इसमें नई और पुरानी दोनों प्रकार की योजनाओं पर होने वाले खर्च शामिल होते हैं।

विधानसभा के पहले पूरक बजट के माध्यम से इसे विभागीय बजट के तहत लाया जाएगा। वैसे योजना विभाग ने इस अतिरिक्त राशि को हरी झंडी दे दी है। वित्त विभाग इस राशि की उगाही हेतु संसाधनों का आकलन कर रहा है। एक बात स्पष्ट है कि इस अतिरिक्त व्यवस्था के बावजूद राज्य सरकार के वास्तविक योजना का आकार नहीं बढ़ेगा। योजना खर्च में जो बढ़ोतरी हो रही है, उसका एक बड़ा हिस्सा पथ निर्माण विभाग का है। इसके लिए 337 करोड़ रुपये के आबंटन की व्यवस्था की गई है।

नगर विकास विभाग के खर्च में 200 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की जा रही है। इस राशि में निर्वाचित प्रतिनिधियों के भत्ते की राशि शामिल है। समाज कल्याण विभाग को 66 करोड़ रुपये मिल रहा है। इसमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए सवा बारह करोड़ और लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए 24 करोड़ रुपये का प्रावधान है। पहले पूरक बजट के तहत जो राशि में बढ़ोतरी की जा रही है, उसमें मुख्यमंत्री जीवन दृष्टि कार्यक्रम और दशरथ मांझी श्रमिक प्रशिक्षण योजना का खर्च भी शामिल करने की बात है।

आईआईटी के लिए भूमि अधिग्रहण मद में 75 करोड़ रुपये की राशि सुरक्षित रखी गई है। चंडी और मधेपुरा में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना के लिए 12 करोड़ रुपये की राशि की व्यवस्था की गई है। गन्ना विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए 60 करोड रुपये, गृह विभाग के लिए 60 करोड़, ग्रामीण कार्य विभाग के लिए 200 करोड़ रुपये सुरक्षित रखे गए हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना के लिए 70 करोड रुपये आवंटित करने की बात कही गई है। नगर विकास विभाग की कई योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए 200 करोड़ रुपये और पंचायती विभाग के लिए 49 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।

First Published - July 8, 2008 | 1:49 AM IST

संबंधित पोस्ट