विश्लेषक इक्विटी बाजारों की आगामी राह पर उत्साहित बने हुए हैं, लेकिन साथ ही वे घरेलू और वैश्विक चिंताओं की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता के खिलाफ चेता रहे हैं। उनका कहना है कि देश में आगामी लोक सभा चुनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर की राह, ऐसे दो मुख्य कारक होंगे जिन पर बाजारों की नजर लगी रहेगी। इसके अलावा, भारतीय बाजारों के मूल्यांकन पर भी इस संदर्भ में नजर रखे जाने की जरूरत होगी कि वैश्विक प्रतिस्पर्धी कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं शोध प्रमुख जी चोकालिंगम का कहना है, ‘आर्थिक वृद्धि की मजबूत राह और बाजारों में नए निवेशकों के प्रवेश को ध्यान में रखते हुए हम वित्त वर्ष 2025 के लिए संपूर्ण इक्विटी बाजारों पर सकारात्मक बने हुए हैं। दीर्घावधि नजरिये के साथ वित्त वर्ष 2025 में सेंसेक्स कम से कम 15 प्रतिशत प्रतिफल दे सकता है। मूल्यांकन को ध्यान में रखते हुए हम 50:50 के इक्विटी परिसंपत्ति आवंटन का सुझाव दे रहे हैं- 50 प्रतिशत शीर्ष-100 एमकैप वाले शेयरों में और शेष 50 प्रतिशत लार्जकैप-मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में।’
कोटक सिक्योरिटीज में इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा कि ट्रेंड पर नजर रखने वाले कारोबारियों के लिए, 20-दिन का सिम्पल मूविंग एवरेज (एसएमए) या 22,200 (निफ्टी) / 73,200 (सेंसेक्स) निर्णयक स्तर हो सकता है। यहां ऐसे प्रमुख स्तरों के बारे में बताया जा रहा है जिन पर वित्त वर्ष 2025 में मुख्य सूचकांकों के संबंध में आपको नजर बनाए ररखने की जरूरत होगी।
सेंसेक्स: सालाना फिबोनाची चार्ट के अनुसार, बीएसई का सेंसेक्स तेजी की स्थिति में 77,000 पर पहुंच सकता है, लेकिन उसे 75,600 के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ेगा। वहीं गिरावट के मामले में, इस सूचकांक को 70,250 के स्तर पर समर्थन मिल सकता है और इसके टूटने पर यह फिसलकर 67,750 पर आ सकता है।
निफ्टी: भले ही निफ्टी के लिए मुख्य रुझान सकारात्मक बना हुआ है, लेकिन यह सूचकांक काफी हद तक ओवरबोट जोन में कारोबार करता दिख रहा है और स्टोकैस्टिक स्लो जैसे मुख्य गति संकेतक कुछ सुस्ती का संकेत दे रहे हैं। भविष्य में, तेजी आने पर निफ्टी 23,500 को छू सकता है और इसे 22,900 के स्तर के आसपास प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है। गिरावट पर अल्पावधि समर्थन स्तर 22 हजार पर दिखा है, जबकि 21,700 के टूटने पर बड़ी गिरावट को बढ़ावा मिल सकता है।
निफ्टी बैंक: बैंकिंग बेंचमार्क 51,000-44,500 के दायरे में रह सकता है और इसे 49,200 से 50,000 के बीच प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है, जबकि 46,000 के आसपास समर्थन मिलने का अनुमान है।
निफ्टी आईटी: निफ्टी आईटी सूचकांक को दैनिक चार्ट पर अपने 100-डीएमए से नीचे संघर्ष करते देखा गया है, जो 35,400 पर है। सूचकांक के लिए तेजी 37,300 पर सीमित होती दिख रही है, जबकि गिरावट के मामले में यह सूचकांक 33,100 के स्तर पर अपने 200-डीएमए की ओर फिसल सकता है।
मिडकैप: निफ्टी मिडकैप सूचकांक को ताजा नकारात्मक रुझान की भरपाई करने के प्रयास में 48,000 के निशान से ऊपर बने रहने की जरूरत होगी। तेजी की स्थिति में यह 51,700 के स्तर से ऊपर जा सकता है।
स्मॉलकैप: निफ्टी स्मॉलकैप को 7,700 के स्तरों पर पहुंचने के प्रयास में 7,100 के स्तर से ऊपर डटे रहने की जरूरत होगी।