जेफरीज के वैश्विक प्रमुख (इक्विटी रणनीति) क्रिस्टोफर वुड ने कहा है कि पिछले कुछ हफ्तों में आई तेज गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार निचले स्तर से उबर सकता है। वुड ने ग्रीड ऐंड फियर में निवेशकों को लिखे साप्ताहिक नोट में कहा है कि इस बात की जायज संभावना है कि गिरावट के बाद भारतीय बाजार निचले स्तर से उबर रहे हैं। यह गिरावट मुख्य रूप से अधिक महंगे मिड-कैप शेयरों में हुई है। निजी बैंकों के संबंध में एक सकारात्मक बात यह है कि जमा और ऋण के समान दर से बढ़ने के साथ ही नकदी का दबाव कम हो गया है।
27 सितंबर, 2024 के 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 85,978 से एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स अब तक लगभग 6,200 अंक या लगभग 7.1 फीसदी फिसल गया है। 30 शेयरों वाला सूचकांक कुछ हद तक उबरने से पहले इस चरम स्तर से 10 फीसदी से अधिक की नरमी के साथ में गिरावट के दौर में फिसल गया था।
मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गिरावट तेज थी। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 24 सितंबर के शिखर से 12 फीसदी गिरकर 12 नवंबर को हाल के निचले स्तर पर आ गया था। तब से इसमें 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आंकड़ों से पता चलता है कि निफ्टी इंडेक्स 27 सितंबर के शिखर से 11.5 फीसदी नीचे जो 21 नवंबर को बना था। तब से इसमें 2.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
इस बीच, विदेशी निवेशकों ने पिछले दो महीनों में 12.5 अरब डॉलर की भारतीय इक्विटी बेची है। लेकिन घरेलू निवेश में जारी मजबूती उनकी बिक्री बेअसर हो गई। वुड ने लिखा कि हकीकत में तो अक्टूबर में इक्विटी म्युचुअल फंड में रिकॉर्ड निवेश आया जबकि इससे एक माह पहले से ही शेयर बाजार गिर रहे थे।
एक निवेश रणनीति के रूप में वुड ने अमेरिका में सूचीबद्ध ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेकमाईट्रिप में भारत के लॉन्ग-ओनली पोर्टफोलियो में 4 फीसदी भार के साथ निवेश किया है। उन्होंने कहा, इसमें निवेश रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) और लार्सन ऐंड टुब्रो (एलएंडटी) में मौजूदा निवेश को क्रमशः 3 फीसदी और 1 फीसदी कम करके किया जाएगा। उन्होंने भारती एयरटेल में अपना निवेश एक फीसदी बढ़ा दिया है, जिसके लिए रकम ज़ोमैटो के निवेश में कटौती से आएगी।
उनका मानना है कि महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत एक चौंकाने वाला नतीजा थी, जो बेहद लोकप्रिय महिलाओं को नकदी देने की योजना के कारण संभव हुई। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं को लक्षित करना और महिला केंद्रित नीतियां अपनाना नरेंद्र मोदी सरकार की विशेषता रही है।
उन्होंने कहा, इसमें संदेह नहीं है कि भाजपा की जीत चौंकाने वाली थी क्योंकि सितंबर में जब ग्रीड ऐंड फीयर ने जेफरीज के भारत सम्मेलन में हिस्सा लिया था तो हर कोई भाजपा की हार का अनुमान जता रहा था।