शेयर बाजार

Stock Market Closing Bell: इन 3 वजहों से बाजार में बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 589 अंक डाउन; निफ्टी 24,039 पर बंद; निवेशकों के ₹11 लाख करोड़ डूबे

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (25 अप्रैल) को घटकर 419,65,902 करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद यह 43,042,123 करोड़ रुपये था।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- April 25, 2025 | 3:42 PM IST

Stock Market Closing Bell, 25 अप्रैल: वैश्विक बाजारों में मजबूती के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार (25 अप्रैल) को बड़ी गिरावट देखने को मिली। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनावों ने निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया जिससे निफ्टी-50 और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) क्रमश: 0.86% और 0.74% गिरकर बंद हुए। इससे पहले गुरुवार को बेंचमार्क इंडेक्स निफ़्टी-50 और सेंसेक्स लगातार सात ट्रेडिंग सेशन में तेजी के बाद गिरावट में बंद हुए।

पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियों को रोक दिया है और चेतावनी दी है कि जल प्रवाह को रोकने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यह कदम भारत की तरफ से कश्मीर में हुए घातक हमले के लिए पाकिस्तान पर कूटनीतिक कार्रवाई करने के बाद आया है।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मामूली बढ़त लेकर 79,830.15 पर खुला। खुलने के कुछ देर तक यह हरे निशान में रहा और फिर लाल निशान में फिसल गया। अंत में सेंसेक्स 588.90 या 0.74% की गिरावट लेकर 79,212.53 पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ़्टी-50 (Nifty-50) भी हल्की बढ़त में खुला। हालांकि, कुछ देर बाद यह लाल निशान में फिसल गया। अंत में यह 207.35 अंक या 0.86% गिरकर 24,039.35 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार में शुक्रवार 25 अप्रैल को गिरावट की वजह?

1. एक्सिस बैंक, अडानी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, इटरनल (जोमैटो), टाटा मोटर्स, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और एलएंडटी समेत इंडेक्स हैवीवेट में मुनाफावसूली से आज बेंचमार्क निफ्टी और सेंसेक्स नीचे आ गए।

2. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी देखने को मिला। केंद्र सरकार के शिमला समझौते रद्द करने से जैसे कदम उठाने के बाद निवेशकों में घबराहट देखी जा रही है। एनालिस्ट्स का मानना है कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ सकता है। मगर इस समय दोनों देशों के बीच एक पूर्ण युद्ध की संभावना नहीं है।

3. अल्फानिति फिनटेक के को-फाउंडर और निदेशक यू आर भट के अनुसार, पहलगाम में हुई घटना के बाद बाजार में थोड़ी घबराहट है। उन्होंने कहा कि बाजारों में हाल ही में अमेरिकी टैरिफ की आशंका से हुई गिरावट के बाद तेजी आई थी। लेकिन अब निवेशक मुनाफा बुक कर रहे हैं। भारत-पाकिस्तान के भू-राजनीतिक स्थिति पर स्पष्टता आने तक सतर्क रुख अपना रहे हैं।

निवेशकों के 11 लाख करोड़ डूबे

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका से निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार (25 अप्रैल) को घटकर 419,65,902 करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद यह 43,042,123 करोड़ रुपये था। इस तरह कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) 10,50,393 करोड़ रुपये घट गया।

अब क्या करें निवेशक?

एक्विनोमिक्स रिसर्च के संस्थापक और प्रमुख ग चोकलिंगम ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच हाल की घटनाओं के कारण बाजारों में अस्थिरता बनी रहेगी और इससे गिरावट की और संभावना हो सकती है।

चोकलिंगम ने कहा, “निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और घटनाक्रम पर नजर रखनी चाहिए। लेकिन इस समय घबराने की कोई जरूरत नहीं है। एक पूर्ण युद्ध की संभावना नहीं है। मगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ेगा। ऐसा बाजारों का मानना है। बाजार इस स्थिति से निपटने में सक्षम होंगे और जैसे पहले भी देखा गया है, अंत में वे फिर से उबर जाएंगे। एक निवेश रणनीति के रूप मे निवेशकों को लंबी अवधि की दृष्टि से गिरावट के दौरान खरीदारी करनी चाहिए। मैं बैंकिंग सेक्टर को लेकर सकारात्मक हूं।”

वैश्विक बाजारों से क्या संकेत?

वैश्विक मोर्चे पर एशियाई शेयर बाजारों में बढ़त देखी गई। वॉल स्ट्रीट पर तेजी के चलते एशियाई बाजारों में बढ़त देखी गई। ब्याज दरों में अपेक्षाकृत जल्द कटौती की उम्मीदें बढ़ने से अमेरिकी बाजारों में तेजी आई। इस बीच, दक्षिण कोरिया के शेयरों में तेजी आई है। ऐसी खबरें हैं कि अमेरिका अगले सप्ताह तक व्यापार समझौता कर सकता है। अंतिम अपडेट के अनुसार, जापान का निक्केई 1.23 प्रतिशत ऊपर था, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.63 प्रतिशत नीचे था।

एसएंडपी 500 इंडेक्स में 2.03 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि नैस्डैक कंपोजिट और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में क्रमशः 2.74 प्रतिशत और 1.23 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्टों के अनुसार, फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था की दिशा के बारे में स्पष्ट सबूत मिलते हैं तो वे जून की शुरुआत में ही दरों में कटौती पर विचार कर सकते हैं।

गुरुवार को कैसी थी बाजार की चाल?

गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 315 अंक या 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,801 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 50 82.25 अंक या 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,246.7 पर बंद हुआ। विदेशी निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को लगातार सातवें दिन ₹8,250.53 करोड़ के शेयर खरीदे, जबकि डीआईआई ने ₹534.54 करोड़ के शेयर बेचे।

First Published : April 25, 2025 | 8:21 AM IST