शेयर बाजार

Closing Bell: शेयर बाजार में 4 दिन से जारी गिरावट पर ‘ब्रेक’, सेंसेक्स 317 अंक चढ़ा; निफ्टी 25195 पर बंद

Stock Market: घरेलू मोर्चे पर रिटेल महंगाई (Retail Inflation) के जून महीने के आंकड़ों का पॉजिटिव प्रभाव पड़ा।

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जतिन भूटानी   
Last Updated- July 15, 2025 | 3:51 PM IST

Stock Market Closing Bell, 15 July: ग्लोबल मार्केटस से पॉजिटिव संकेत लेते हुए भारतीय शेयर बाजार मंगलवार (15 जुलाई) को बढ़त के साथ बंद हुए। इसी के साथ बाजार में पिछले चार ट्रेडिंग सेशन से जारी गिरावट का सिलसिला थम गया। घरेलू मोर्चे पर रिटेल महंगाई (Retail Inflation) के जून महीने के आंकड़ों का पॉजिटिव प्रभाव पड़ा।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज लगभग सपाट रहते हुए 82,233.16 अंक पर खुला। खुलते ही इसमें बढ़त देखने को मिली। कारोबार के दौरान यह 82,743 अंक के इंट्रा-डे हाई लेवल तक गया। अंत में यह 317.45 अंक या 0.39 फीसदी की बढ़त लेकर 82,570.91 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी 25,089 पर लगभग सपाट खुला। कारोबार के दौरान यह 25,245 के इंट्रा-डे हाई तक गया। अंत में 113.50 अंक या 0.45 फीसदी की बढ़त के साथ 25,195 पर बंद हुआ।

Top Gainers & Losers

सेंसेक्स की कंपनियों में सन फार्मा का शेयर सबसे ज्यादा 2.71 फीसदी चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा ट्रेंट लिमिटेड, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इनफ़ोसिस, टीसीएस अदाणी पोर्ट्स प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ, एचसीएल टेक का शेयर 3.31 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। साथ ही इटरनल, टाटा स्टील, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट और अल्ट्रा सीमेंट गिरावट में रहे।

एनएसई पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। इसमें निफ्टी ऑटो इंडेक्स ने 1.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ अन्य इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया। निफ्टी फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स भी 1-1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुए।

अन्य इंडेक्स में निफ्टी बैंक, एनर्जी, फाइनैंशियल सर्विसेज, आईटी, मेटल, पीएसयू बैंक, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और तेल एवं गैस इंडेक्स 1 प्रतिशत तक चढ़े। ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप इंडेक्स और निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में लगभग 0.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

HCL Tech Share 3% गिरा

अप्रैल-जून तिमाही 2025 के नतीजे खराब रहने के चलते एचसीएल टेक्नोलॉजीस के शेयरों में आज गिरावट देखने को मिली। आईटी कंपनी के शेयर 53.60 रुपये या 3.31 फीसदी की गिरावट के साथ 1566.35 रुपये पर बंद हुए।

एचसीएलटेक का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट 9.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,843 करोड़ रुपये पर आ गया। कंपनी ने सोमवार को अप्रैल जून, 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजों की सूचना शेयर बाजारों को दी। एचसीएलटेक ने एक साल पहले की समान अवधि में 4,257 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। इसके साथ ही कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राजस्व वृद्धि की दर तीन-पांच प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

यूएस के साथ ट्रेड डील की कोशिशें तेज

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है। इस बीच मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल वाशिंगटन पहुंच गया है। गोयल ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता तेजी से चल रही है ताकि हम एक ऐसा समझौता कर सकें जो दोनों के लिए फायदे का सौदा हो।’

1 अगस्त से पहले समझौते को अंतिम रूप देने या 26 फीसदी जवाबी शुल्क का सामना करने के लिए भारत पर बढ़ते दबाव के बीच अंतरिम समझौते के लिए बातचीत महत्त्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। लेकिन अभी भी स्पष्टता नहीं है कि दोनों पक्ष वार्ता के वर्तमान दौर के बाद अंतरिम समझौते को अंतिम रूप देने में सक्षम होंगे या नहीं।

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वैश्विक बाजारों से क्या संकेत

एशियाई बाज़ार मंगलवार को बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। निवेशकों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ़ पर बदलते रुख़ से जुड़ी अनिश्चितता को नज़रअंदाज़ कर दिया और अपना ध्यान चीन के आर्थिक आंकड़ों पर केंद्रित कर दिया।

जापान का निक्केई इंडेक्स 0.4 प्रतिशत और व्यापक टॉपिक्स सूचकांक में 0.3 प्रतिशत चढ़कर कारोबार कर रहा था। कोस्पी में 0.29 प्रतिशत और एएसएक्स 200 में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए। एसएंडपी 500 0.14 प्रतिशत बढ़कर 6,268.56 पर, नैस्डैक कंपोजिट 0.27 प्रतिशत बढ़कर 20,640.33 पर और डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.20 प्रतिशत बढ़कर 44,459.65 पर बंद हुआ।

अमेरिका के साथ चल रहे व्यापार तनाव, लगातार डिफ्लेक्शनरी (deflationary) दबाव और संपत्ति क्षेत्र में लंबे समय से जारी मंदी के कारण दूसरी तिमाही में चीन की आर्थिक वृद्धि की गति कुछ धीमी पड़ गई। इससे चीन से मज़बूत नीतिगत समर्थन की मांग बढ़ गई।

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राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो की तरफ से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून की अवधि में चीन की जीडीपी में सालाना आधार पर 5.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह अर्थशास्त्रियों की 5.1 प्रतिशत की उम्मीद से थोड़ी अधिक है। लेकिन पहली तिमाही की 5.4 प्रतिशत वृद्धि से कम है।

जून में खुदरा बिक्री एक साल पहले की तुलना में 4.8 प्रतिशत बढ़ी, जो मई की 6.4 प्रतिशत वृद्धि से धीमी रही और अनुमानित 5.4 प्रतिशत वृद्धि से कम रही। दूसरी ओर, औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 6.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह 5.7 प्रतिशत के आम सहमति अनुमान से अधिक है।

First Published : July 15, 2025 | 8:13 AM IST