सेबी ने शुक्रवार को कलाहृधान ट्रे्ंड्ज, उसके प्रबंध निदेशक निरंजन डी अग्रवाल और दो अन्य पर प्रतिभूति बाजार में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। इन पर कथित तौर पर खुलासे में खामियां, स्टॉक एक्सचेंज के जरिए भ्रामक सूचना दिए जाने का आरोप है। एचडीएफसी बैंक की तरफ से कर्ज भुगतान में चूक की शिकायत के बाद सेबी ने एनएसई के एसएमई एक्सचेंज पर सूचीबद्ध एसएमई की जांच की। अंतरिम आदेश सह कारण बताओ नोटिस के मुताबिक, कंपनी ने आज की तारीख तक इस पर कोई खुलासा नहीं किया है। इसके अलावा आरोप है कि कंपनी ने विस्तार को लेकर गलत खुलासे किए। उत्पादन क्षमता के विस्तार से लाभ में 25 फीसदी की बढ़ोतरी के अनुमान के दावे के बावजूद कंपनी अपने ऑर्डर, समयसारणी, निवेश आदि से संबंधित जानकारी देने में नाकाम रही, जो इस घोषणा को सही ठहरा सके।
कंपनी ने यह भी दावा किया कि उसे बांग्लादेश की बेक्सिमकॉर्प टेक्सटाइल्स नाम की एक फर्म से 115 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है। हालांकि डेटाबेस में ऐसी कोई कंपनी नहीं मिली। बांग्लादेश में कपड़ा व्यवसाय में समान नाम वाले एक अन्य समूह ने भारतीय एसएमई के साथ किसी भी अनुबंध पर हस्ताक्षर होने से इनकार कर दिया। सेबी ने आरोप लगाया कि कंपनी ने नियामक को गुमराह करने के लिए जानबूझकर गलत विवरण प्रदान किया।