अदाणी समूह के शेयरों में लगातार हो रही गिरावट के बीच बीमा दिग्गज भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का शेयर सोमवार को रिकॉर्ड निचले स्तर को छू गया।
LIC का शेयर 2.9 फीसदी टूटकर 567.8 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का बाजार मूल्यांकन आईपीओ के स्तर से 40 फीसदी यानी 2.4 लाख करोड़ रुपये घटा है। पिछले महीने एलआईसी के शेयर में 15 फीसदी की गिरावट आई, जो मेगा-कैप में सर्वाधिक है। एलआईसी का एमकैप अब 12वें पायदान पर आ गया है, जो सूचीबद्धता के समय छठे पायदान पर था।
LIC के इक्विटी पोर्टफोलियो में हालांकि अदाणी समूह के शेयरों की हिस्सेदारी एक फीसदी से भी कम है, लेकिन बाजार ने इसके शेयर को काफी चोट पहुंचाई है।
31 जनवरी को अदाणी की कंपनियों में इक्विटी व डेट के तौर पर एलआईसी की होल्डिंग 36,000 करोड़ रुपये से कम थी।
बीमा कंपनी ने कहा कि इक्विटी खरीद की वैल्यू 30,127 करोड़ रुपये थी। अदाणी के शेयरों में लगातार हुई गिरावट के बाद एलआईसी की होल्डिंग की वैल्यू अधिग्रहण लागत से नीचे चली गई, जिससे चिंता पैदा हुई।
विश्लेषकों ने कहा कि अदाणी समूह के शेयरों में एलआईसी के निवेश के चलते पैदा हुई नकारात्मक अवधारणा से निवेशक एलआईसी के कारोबार पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित हैं। इसके अलावा उनका कहना है कि सरकारी विनिवेश के मामले में एलआईसी का लगातार दुरुपयोग हो रहा है। अभी सरकार की एलआईसी में हिस्सेदारी 96.5 फीसदी है और खुदरा भागीदारी करीब 2 फीसदी। इस बीच, विदेशी फंडों के पास इसकी महज 0.17 फीसदी हिस्सेदारी है। ऐसे में एलआईसी के वैल्यू में आ रही कमी सरकार व नागरिकों को किसी और के मुकाबले ज्यादा चोट पहुंचा रही है।