अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती और बेरोजगारी दावों में कमी से आज दुनिया भर के निवेशकों का हौसला बढ़ गया और भारत समेत तमाम बाजारों में तेजी दिखी। भारतीय बाजार में बेंचमार्क सूचकांक लंबी छलांग लगाकर नई ऊंचाई पर पहुंच गए। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की जोरदार लिवाली ने भी तेजी में योगदान किया।
सेंसेक्स 1,360 अंक या 1.6 फीसदी चढ़कर 84,544 के नए शिखर पर पहुंच गया। निफ्टी भी 375 अंक या 1.5 फीसदी उछलकर 25,791 पर बंद हुआ। दोनों सूचकांकों ने 12 सितंबर के बाद एक दिन की सबसे बड़ी तेजी दर्ज की। इस हफ्ते सेंसेक्स 2 फीसदी और निफ्टी 1.7 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।
दोनों सूचकांक लगातार दूसरे हफ्ते लाभ में रहे। इसके साथ ही बंबई स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 6.2 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 472 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। बाजार में तेजी के साथ रुपया भी आज मजबूत होकर 83.48 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। डॉलर के मुकाबले रुपये में इस साल की सबसे बड़ी साप्ताहिक बढ़त देखी गई। इस हफ्ते रुपया 0.4 फीसदी मजबूत हुआ है। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 83.69 पर बंद हुआ था।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 14,064 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सितंबर में अभी तक विदेशी निवेशक बाजार में 46,260 करोड़ रुपये का निवेश कर चुके हैं, जो जून 2023 के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है।
फेड की 50 आधार अंक दर कटौती और बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदनों की संख्या में गिरावट से इस बात की उम्मीद बढ़ गई है कि अमेरिका में मुद्रास्फीति नरम पड़ेगी और अर्थव्यवस्था पर मंदी नहीं आएगी। फेड की कटौती के बाद अन्य केंद्रीय बैंक भी ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘उम्मीद की जा रही है कि नवंबर में ब्याज दर में 50 आधार अंक की कटौती और होगी। दिसंबर में भी ब्याज दर में 25 आधार अंक की कमी की जा सकती है। इससे उम्मीद बढ़ी है कि भारतीय रिजर्व बैंक भी आगे दर में कटौती कर सकता है। इस उम्मीद से बैंक जैसे शेयरों में अच्छी तेजी आई, जिन पर ब्याज दर का काफी असर होता है। निवेशकों का अनुमान है कि फेड कर्ज सस्ता करने के लिए दरों में तेजी से कटौती करेगा। अगर निकट अवधि में दर 75 आधार अंक कम होती है तो डॉलर में नरमी आएगी, जिससे बाजार में तेजी बनी रह सकती है।’
चीन में प्रोत्साहन से भी निवेशकों का हौसला बढ़ा और धातु शेयरों में तेजी आई। बीएसई धातु सूचकांक 1.8 फीसदी चढ़ गया। खबरों से संकेत मिलता है कि चीन अपने महानगरों में मकान खरीद पर लगी रोक हटा सकता है।
अल्फानीति के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘दर में कटौती से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, जो अभी बेहतर स्थिति में नहीं है। अच्छी बात यह है कि निवेशकों को अमेरिकी बॉन्ड बाजार में कम रिटर्न मिला तो वे ज्यादा जोखिम लेने के लिए तैयार हो सकते हैं और भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेश कर सकते हैं।’