नहीं रहेगी उठापटक
वर्ष 2009 बाजार के लिए काफी मुश्किल भरा रहने वाला है, लेकिन 2008 की तरह बाजार में भारी उठापटक नहीं रहने वाली है।
कार्पोरेट जगत के साथ अर्थव्यवस्था भी दबाव में रहने वाली है। सरकारी राहत पैकेज और ब्याज दरों में कमी का बाजार पर ज्यादा असर पढ़ने वाला नहीं है।
जनवरी में ही बाजार एक और गोता लगा सकता है। लेकिन 2009 में अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही से बाजार का रुख बदलेगा और बाजार ऊपर की ओर तेजी से बढ़ेगा, क्योंकि तब तक सब कुछ साफ हो जाएगा। इस साल बाजार का निचला स्तर 8500 और ऊपरी स्तर 12500 अंक रहने का अनुमान है।
लेकिन महंगाई दर का इतना कम होने का मतलब है कि हमारी बढ़त रुक गई है, जो अर्थव्यवस्था के लिए सही नहीं होगी। वित्त वर्ष 2008-09 में जीडीपी 6-6.5 और 2009-10 में 5 से 6 फीसदी के बीच रह सकता है।
अशोक अजमेरा
चेयरमैन-अजकॉन ग्रुप
ज्यादा उतार चढ़ाव नहीं रहेगा
साल केशुरुआती महीनों में बाजार में सुस्ती का माहौल दिखाई देगा। शेयर बाजार में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होने वाला है। 2008 में बाजार अपने बाटम को छू चुका है, इसलिए इससे नीचे बाजार नहीं जाने वाला है।
साल की दूसरी तिमाही के बाद शेयर बाजार में सुधार आना शुरू होगा। मार्च-अप्रैल में सेंसेक्स एक और गोता लगा सकता है। इस साल बाजार 8000 से 12000 अंकों के बीच में सफर करेगा। कैपिटल गुड्स, घरेलू मांग वाले क्षेत्र और कमोडिटी स्टॉकों में मजबूती रहने की उम्मीद है।
महंगाई की औसत दर इस साल 5.5 फीसदी और जीडीपी 6.6 से 7 फीसदी रहने की उम्मीद है। कुल मिलाकर यह साल भारतीय शेयर बाजार को मजबूत करेगा।
रजत जैन
मुख्य निवेश अधिकारी
प्रिंसिपल पीएनबी एसेट मैनेजमेंट
बाजार के लिए अच्छा साबित होगा
वर्ष 2009 शेयर बाजार के लिए अच्छा साबित होने वाला है। कंपनियों को जितना नुकसान होना था, हो गया, अब शेयर ऊपर की ओर चढ़ना चालू होंगें।
बाजार की सही तस्वरी मार्च-अप्रैल में आने वाले तिमाही नतीजों से साफ हो जाएगी, इन नतीजों को देखने के बाद लोग शेयर बाजार की ओर फिर से मुड़ेंगे।
महंगाई दर में लगातार गिरावट से कंपनियों में मजबूती आएगी मेरे हिसाब से मार्च-अप्रैल तक महंगाई दर गिरकर तीन से चार फीसदी के आसपास आ जाएगी और इसके बाद शेयर बाजार की चाल भी बदलेगी।
वर्ष 2009 में सेंसेक्स 12000-13000 अंकों पर पहुंच जाएगा और जहां तक बाजार के निचले स्तर की बात है तो 8000 अंक होगा। 2009 में सेंसेक्स 8000 से 13000 अंकों के बीच में रहेगा। बाजार में उतरने का सही समय कंपनियों के तिमाही नतीजों के आने के बाद का होगा।
हितेश अग्रवाल
शोध प्रमुख, एंजेल टे्रड
मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा बाजार
अभी ज्यादातर शेयर अपने निचले स्तर पर हैं या निचले स्तर के करीब हैं।
अगर आप दो-तीन साल का नजरिया रखते हैं तो आप खरीदारी शुरू कर सकते हैं, लेकिन बाजार की सही तस्वीर की बात करते हैं तो कंपनियों के तिमाही नतीजे आने तक इंतजार करना ही बेहतर होगा। मुझे लगता है कि बाजार इस तिमाही के नतीजों को पहले ही भुला चुका है, लेकिन अगले अनुमान और सावधानी भरे रहेंगे।
इस समय बाजार को लोग लाभ के नजरिये से कम तरतला के नजरिए से ज्यादा देख रहे हैं। बाजार अब मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा।
अजय परमार
शोध प्रमुख, एम के ग्लोबल फाइनेंशियल
चुनाव बाद सुधरेगा
वर्ष 2009 में बीएसई सूचकांक सेंसेक्स 9000-12000 के दायरे में कारोबार करता रहेगा। वैश्विक आर्थिक विकास में सुधार आने के बाद ही सेंसेक्स के इस दायरे से आगे बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है।
भारत में इस वर्ष आम चुनाव होने हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था के चरमराने की भविष्यवाणी की जा रही है, ऐसे में सेंसेक्स में बराबर जोखिम बना हुआ है।
फार्मास्यूटिकल्स, सार्वजनिक बैंक, ऊर्जा, अचल संपत्ति और पूंजीगत वस्तूओं के सूचकांकों के शेयरों के बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।