कंपनियों और बैंकों के लिए पूंजी जुटाने का आसान जरिया राइट इश्यू पर भी मंदी की मार साफ देखी जा सकती है।
जिन कंपनियों ने इस साल अपना राइट इश्यू जारी किया है उनमें से हर दूसरी कंपनी के राइट इश्यू का कारोबार उनके ऑफर मूल्य से कम कीमत पर हो रहा है। जिन कंपनियों के स्टॉक की कीमत इश्यू प्राइस से ऊपर भी है तो वे भी राइट इश्यू प्राइस के आसपास ही है।
भारतीय स्टेट बैंक ने 200 वर्ष के इतिहास में जब पहली बार राइट इश्यू जारी किया तो उसके कर्मचारियों और शेयरधारकों में शेयर खरीदने की होड़ मच गई। लेकिन इस स्कीम के तहत इश्यू खरीदने वाले बैंक के दो लाख कर्मचारी पछता रहे हैं। यही हाल ऐसी कई कंपनियों के शेयरधारकों का है जिन्होंने इस साल राइट इश्यू जारी किया है। इस साल 10 कंपनियों ने अपने राइट इश्यू जारी किए हैं जिनमें से पांच कंपनियों के राइट इश्यू का कारोबार उनके ऑफर प्राइस से कम कीमत पर हो रहा है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का राइट इश्यू 18 फरवरी को खुला था तो कंपनी के एक शेयर का मूल्य 2254.94 रुपये था। कंपनी ने अपना राइट इश्यू 1,590 रुपये में जारी किया। हालांकि बैंक के शेयरधारक और कर्मचारी 1,200 रुपये के करीब राइट इश्यू की बात कर रहे थे। लेकिन 1,590 रुपये पर बैंक का शेयर लेना कोई खराब सौदा नहीं था। इस स्कीम के तहत बैंक ने लगभग 861 लाख शेयर जारी किए थे। एसबीआई की इस कर्मचारी शेयर खरीद स्कीम की क्लोजिंग डेट नहीं थी। इसका मतलब है उसके कर्मचारी कभी भी अपना शेयर बेच सकते हैं।
लेकिन शेयर बाजार में लगातार जारी मंदी का शिकार एसबीआई के शेयर को भी होना पड़ा। इस समय एसबीआई के प्रति शेयर का कारोबार राइट इश्यू प्राइस से करीब आठ फीसदी डिस्काउंट पर हो रहा है। शुक्रवार को बाजार के बंद होते समय एसबीआई की प्रति शेयर कीमत 1216.25 रुपये थी। अब एसबीआई के कर्मचारियों केपास इस शेयर को अपने पास रखने के अलावा कोई उपाय नहीं है। यही हाल कुछ कंपनियों का भी है। बाजार से पूंजी जुटाने के लिए उनके राइट इश्यू जारी करने का उपाय कोई काम नहीं कर सका।
यूबी इंजीनियरिंग के शेयर धारक अखिलेश मिश्रा अपने राइट इश्यू खरीदने के फैसले पर पक्षता रहे हैं। यूबी इंजीनियरिंग ने अपने ऑफर प्राइस से 21.93 फीसदी डिस्काउंट पर 126 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर राइट इश्यू जारी किया था। कंपनी ने 13 शेयरों पर पांच शेयर देने का ऑफर दिया था। इससे अखिलेश मिश्रा को भरोसा था कि यह इश्यू उन्हे फायदा जरूर देगा, लेकिन 27 जून को बाजार बंद होते समय इस कंपनी के स्टॉक का कारोबार 82.25 रुपये पर हो रहा है।
यही हाल मंजूश्री एक्सट्रशन लिमिटेड के शेयरों का भी है। कंपनी ने 43.07 फीसदी के बड़े डिस्काउंट पर अपना राइट इश्यू जारी किया था, लेकिन कंपनी के स्टॉक का मूल्य 27 जून को 22.6 रुपये था जो कंपनी के राइटइश्यू ऑफर प्राइस 30 रुपये से भी कम है। नेटवर्क ऐटीन मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड ने तरजीही आधार पर 200 रुपये पर अपना राइट इश्यू जारी किया था। कंपनी ने पांच शेयरों के लिए एक शेयर का एलॉटमेंट किया था। लेकिन कंपनी केस्टॉक की कीमत 27 जून को 161.90 रुपये पर थी।
नंदन एक्जिम लिमिटेड भी इस कतार में शामिल है। कंपनी ने तीन रुपये पर अपना राइट इश्यू जारी किया था लेकिन कंपनी के स्टॉक का मूल्य शुक्रवार को बाजार बंद होते समय 2.32 रुपये पर था। इस साल अपना राइट इश्यू जारी करने वाली कंपनियों में बोदल केमिकल्स लिमिटेड और एक्साइड इंड्रस्टीज ही ऐसी कंपनियां हैं जिनके स्टॉक का कारोबार राइट इश्यू प्राइस से काफी लाभ पर हो रहा है। बोदल केमिकल्स ने 20 रुपये पर अपना राइट इश्यू जारी किया था और उसके स्टॉक का मूल्य इस समय 57.4 रुपये है जबकि एक्साइड इंड्रस्टीज ने 29 रुपये पर अपना राइट इश्यू जारी किया था जिसका मूल्य इस समय 67.3 रुपये है।
लेकिन इन दोनों कंपनियों के राइट इश्यू में खास बात जो रही कि इन्होनें अपने शेयरधारकों को 43.07 फीसदी और 63.27 फीसदी के भारी डिस्काउंट पर राइट इश्यू जारी किया था। इसके जिन तीन कंपनियों ने अपने ऑफर प्राइस के आसपास ही राइट इश्यू जारी किया था। उनके लिए खतरा टला नहीं हैं क्योंकि उनके स्टॉक की कीमतें उनके राइट इश्यू के आसपास हीं हैं।
गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड ने अपना राइट इश्यू 0.77 फीसदी के डिस्काउंट पर 123 रुपये जारी किया था और इससमय इसका कारोबार 131.65 रुपये पर हो रहा है जबकि धनलक्ष्मी बैंक ने 6.06 फीसदी के डिस्काउंट पर 62 रुपये पर अपना राइट इश्यू जारी किया था और कंपनी के स्टॉक का कारोबार इससमय 66.84 रुपये के स्तर पर हो रहा है। कुछ यही हाल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के शेयरों का भी है। कंपनी ने 38.5 फीसदी के डिस्काउंट पर 70 रुपये के शेयर पर अपना राइट इश्यू जारी किया था और कंपनी के स्टॉक का कारोबार इस समय इसके ऑफर प्राइस से कम कीमत 80.20 रुपये पर हो रहा है। कंपनी का ऑफर प्राइस 113 रुपये था।