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Kajaria Ceramics के लिए निकट अवधि में मांग की चिंता कायम

प्रबंधन और ब्रोकरेज फर्मों ने वित्त वर्ष 2025 में जोरदार सुधार का अनुमान जताया है

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राम प्रसाद साहू   
Last Updated- March 17, 2024 | 10:32 PM IST

देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध सिरैमिक टाइल निर्माता Kajaria Ceramic का दिसंबर तिमाही का प्रदर्शन कमजोर रहा है। इस तिमाही में कमजोर घरेलू मांग से बिक्री पर असर पड़ा जबकि प्राप्तियों में कमी के कारण राजस्व भी औसत से कम रहा।

निराशा भरी तीसरी तिमाही और वित्त वर्ष 24 की शेष अव​धि के दौरान निकट भविष्य की मांग संबंधी चिंताओं के कारण यह शेयर इस महीने अपने शीर्ष स्तर से नौ प्रतिशत गिर चुका है। कंपनी की 2.7 करोड़ वर्ग मीटर की कुल मात्रात्मक बिक्री पिछले साल की तुलना में 6.4 प्रतिशत अधिक रही जबकि प्राप्तियां तीन प्रतिशत तक गिरकर 374 रुपये प्रति वर्ग मीटर रह गईं।

मांग में नरमी का यह रुख लगातार जारी है क्योंकि दिसंबर में समाप्त नौ महीने में वॉल्यूम और बिक्री क्रमशः सात प्रतिशत और चार प्रतिशत के साथ निचले स्तर पर बनी हुई है। चौ​थी तिमाही का वॉल्यूम इस साल अब तक के प्रदर्शन को बता सकता है और इस प्रकार यह छह से सात प्रतिशत वृद्धि के साथ समाप्त होगी।

तिमाही के दौरान इस क्षेत्र और कंपनी के लिए सकारात्मक बात यह रही कि इनपुट लागत कम थी। ऊर्जा की कम होती लागत से कंपनी को परिचालन लाभ में 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने में सहायता मिली जबकि परिचालन लाभ मार्जिन पिछले साल की तुलना में 330 आधार अंक बढ़कर 15.5 प्रतिशत हो गया।

बिक्री प्रतिशत के रूप में ईंधन का खर्च 20.8 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले की तिमाही के 25.5 प्रतिशत की तुलना में 570 आधार अंक कम रहा। अलबत्ता तिमाही आधार पर यह 50 आधार अंक ऊपर है। अधिक वॉल्यूम के साथ-साथ बिजली और ईंधन की लागत में कमी कंपनी के लिए फायदेमंद है।

उम्मीद है कि वॉल्यूम बढ़ाने के लिए छूट और प्रोत्साहन के जरिये बचत का कुछ हिस्सा डीलरों के साथ साझा किया जाएगा। कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 24 में मार्जिन 14 से 16 प्रतिशत और वित्त वर्ष 25 में 15 से 17 प्रतिशत के बीच रहेगा।

हालांकि मार्च तिमाही और वित्त वर्ष 24 में वॉल्यूम का रुख कम रहने के आसार हैं लेकिन वित्त वर्ष 25 में प्रबंधन और ब्रोकरेज की टिप्पणी में दमदार सुधार का अनुमान जताया गया है। कंपनी को आगे चलकर इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है और वह उद्योग के औसत के मुकाबले 500 से 600 आधार अंक अधिक वृद्धि की उम्मीद कर रही है।

First Published : March 17, 2024 | 10:32 PM IST