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MobiKwik को IPO लाने की मंजूरी मिली, 700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना

आईपीओ में 700 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे जिनका अंकित मूल्य 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर होगा। इसमें बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल नहीं होगी।

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अजिंक्या कवाले   
Last Updated- September 23, 2024 | 9:51 PM IST

फिनटेक फर्म मोबि​क्विक को अपने आईपीओ के लिए सोमवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी मिल गई। कंपनी इस आईपीओ के जरिये 700 करोड़ रुपये जुटा रही है। उसने 4 जनवरी 2024 को नियामक को अपना डीआरएचपी सौंपा था। कंपनी ने कहा है कि वह आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल वित्तीय सेवा, भुगतान सेवा, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) में निवेश से संबं​धित वर्टिकलों में करेगी।

करीब 250 करोड़ रुपये वित्तीय सेवा खंड में वृद्धि के वित्त पोषण, 135 करोड़ रुपये भुगतान सेवाओं, 135 करोड़ रुपये डेटा, एआई और एमएल में निवेश और उत्पाद तकनीक पर खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा 70.28 करोड़ रुपये पेमेंट डिवाइस बिजनेस के लिए पूंजीगत खर्च और अन्य सामान्य उद्देश्य पर इस्तेमाल किए जाएंगे।

आईपीओ में 700 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे जिनका अंकित मूल्य 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर होगा। इसमें बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल नहीं होगी। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञ​प्ति में कहा, ‘कंपनी प्रबंधकों के साथ परामर्श कर ‘प्री-आईपीओ प्लेसमेंट’ के तौर पर 140 करोड़ रुपये जुटाने के लिए निजी नियोजन, तरजीही आवंटन, राइट्स इश्यू पर भी विचार कर सकती है। यदि इस तरह का नियोजन पूरा होता है तो ताजा निर्गम आकार घट जाएगा।’

एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड और डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स इस आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं और लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड रजिस्ट्रार है।

इ​क्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध कराने का प्रस्ताव है। गुरुग्राम ​स्थित कंपनी ने जनवरी में बाजार नियामक के पास अपना आवेदन पुन: जमा कराया था।

2021 के शुरू में, पीक-15 सम​र्थित कंपनी ने 1,900 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य के साथ डीआरएचपी सौंपा था। हालांकि कमजोर बाजार हालात के कारण कंपनी को अपनी योजना ठंडे बस्ते में डालनी पड़ी थी।

सितंबर तक, कंपनी का पंजीकृत उपयोगकर्ता आधार 14.7 करोड़ था। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 83.8 करोड़ रुपये के नुकसान के बाद वित्त वर्ष 2024 में 14.08 करोड़ रुपये कर कर-बाद लाभ (पीएटी) दर्ज किया। उसका राजस्व सालाना आधार पर 58.7 प्रतिशत बढ़कर 890.32 करोड़ रुपये हो गया।

First Published : September 23, 2024 | 9:51 PM IST