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L&T, MTAR: चंद्रयान-3 के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनियों की भी ऊंची उड़ान

निजी क्षेत्र की कई कंपनियां Chandrayaan-3 का अभिन्न हिस्सा रही हैं और LVM-3 रॉकेट का 85 फीसदी निजी क्षेत्र से ही आ रहा है

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निकिता वशिष्ठ   
Last Updated- August 23, 2023 | 9:59 PM IST

L&T, एमटार टेक्नोलॉजिज (MTAR Technologies) और पारस डिफेंस ऐंड स्पेस टेक्नोलॉजिज (Paras Defence) समेत एरोस्पेस कंपनियों के शेयर बुधवार के कारोबार में उछल गए। इन कंपनियों ने चंद्रयान-3 के लिए कलपुर्जों की आपूर्ति की है। चंद्रयान-3 ने आज शाम सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली।

नेविगेशन सिस्टम में योगदान करने वाली पारस डिफेंस का शेयर BSE में कारोबारी सत्र के दौरान 6.6 फीसदी उछलकर 725.6 रुपये पर पहुंच गया। अंत में यह शेयर 5.43 फीसदी की बढ़त के साथ 717.70 रुपये पर बंद हुआ।

एमटार टेक्नोलॉजिज का शेयर 4.86 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,220.60 रुपये पर बंद हुआ, वहीं मिश्र धातु निगम का शेयर 4.9 फीसदी तक चढ़ गया था, लेकिन अंत में 3.36 फीसदी की बढ़त के साथ 408.10 रुपये पर बंद हुआ। उधर L&T का शेयर 1.45 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,717.60 रुपये पर बंद हुआ, साथ ही यह बीएसई पर 52 हफ्ते के उच्चस्तर पर भी पहुंचा।

इसके अलावा नैशनल एरोस्पेस लैबोरेटरीज को अहम कलपुर्जे की आपूर्ति करने वाली हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के शेयर ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया और पहली बार 4,000 रुपये के पार निकला। अंत में यह शेयर 3.59 फीसदी चढ़कर 4,031 रुपये पर बंद हुआ।

BHEL एकमात्र कंपनी थी, जिसका शेयर आज लाल निशान में रहा और यह कारोबारी सत्र में 2.2 फीसदी टूटा। इसकी तुलना में एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 0.33 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 65,433.30 पर बंद हुआ।

विश्लेषकों का मानना है कि चंद्रयान-3 की चंद्रमा के साउथ पोल पर कामयाब लैंडिंग से इन कंपनियों को काफी सहारा मिलेगा और उन्हें ग्लोबल स्पेस मार्केट में उतरने का लॉन्च पैड मुहैयाकरा देगा।

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के निदेशक (इक्विटी) के. बाथिनी ने कहा, इस मिशन से राजस्व मामूली रह सकता है, लेकिन ऐसे अहम मिशन में कामयाबी के साथ भागीदारी इन कंपनियों को अपनी महत्वपूर्ण तकनीक को सामने रकने में मदद करेगा। कल के ये कंपनियां विभिन्न वैश्विक स्पेस मिशन में मदद कर सकती हैं और विभिन्न देश को अपनी विशेषज्ञता से रूबरू कर सकती हैं।

निजी क्षेत्र की कई कंपनियां चंद्रयान-3 का अभिन्न हिस्सा रही हैं और एलवीएम-3 रॉकेट का 85 फीसदी निजी क्षेत्र से ही आ रहा है।

उदाहरण के लिए एमटार टेक ने कथित तौर पर लेंडर के प्रॉपल्सन सिस्टम के कलपुर्जे व रोवर नेविगेशन सिस्टम मुहैया कराए हैं। मिश्र धातु निगम ने लेंडर के हीट शील्ड के लिए एलॉय और रोवर के पहिये दिए हैं। एलऐंडटी अहम बूस्टर सेगमेंट के लिए जिम्मेदार रही है। साथ ही उसका योगदान नोजल बकेट फ्लेंज, स्पेस हार्डवेयर, प्रीसिजन मोनोपल्स ट्रैकिंग रेडार और डीप स्पेस नेटवर्क एंटीना के तौर पर भी रहा है।

स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा के मुताबिक, चंद्रयान-3 की कामयाबी अल्पावधि में इन शेयरों की मौजूदातेजी को सहारा देगी।
उन्होंने कहा, निवेशकों को अपना पोजीशन बनाए रखा चाहिए और मुनाफावसूली के दौरान लंबी अवधि के लिए इसमें प्रवेश का मौका देखना चाहिए। हालांकि ट्रेडरों को तत्काल इसमें उतरने की सलाह नहीं है। संभावित मुनाफावसूली के समय इनमें प्रवेश का बेहतर मौका मिलेगा। इस कैलेंडर वर्ष में इन शेयरों के उम्दा प्रदर्शन को देखते हुए विश्लेषकों का सुझाव है कि निवेशक आंशिक मुनाफावसूली कर सकते हैं क्योंकि बाजारों में कुल मिलाकर घबराहट है।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, चंद्रयान की कामयाबी का इन शेयरों पर असर रहेगा। हालांकि इस साल इनकी तेजी को देखते हुए मुनाफावसूली करना बेहतर रहेगा और लंबी अवधि के लिए बेहतर स्तर पर प्रवेश करना उचित रहेगा।

इस साल अब तक के आधार पर मिश्र धातु निगम का शेयर 82 फीसदी चढ़ा है, एचएएल में 54 फीसदी, बीएचईएल में 40.5 फीसदी, एमटार में 31 फीसदी, एलऐंडटी में 28.5 फीसदी और पारस डिफेंस में बीएसई पर 13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसकी तुलना में बेंचमार्क सेंसेक्स करीब 7 फीसदी चढ़ा है।

First Published : August 23, 2023 | 9:59 PM IST