कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Kotak AMC) अगले महीने प्राइवेट क्रेडिट बाजार में कदम रखने जा रही है। कंपनी एक फंड लॉन्च करेगी, जिसका लक्ष्य 1,500 से 2,000 करोड़ जुटाना है।
गैर-लिस्टेड कंपनियों को मिलेगा पूंजी सहयोग
यह फंड उन कंपनियों को कर्ज देगा, जो स्टॉक मार्केट में लिस्टेड नहीं हैं। फंड का पैसा अधिग्रहण और कारोबार बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होगा। कोटक एएमसी के फिक्स्ड इनकम हेड दीपक अग्रवाल ने बताया कि कंपनी फंड का 20% हिस्सा खुद निवेश करेगी।
प्राइवेट क्रेडिट फंड क्या है?
प्राइवेट क्रेडिट फंड कंपनियों को बैंक के बजाय सीधे कर्ज देते हैं। यह खासकर उन कंपनियों के लिए मददगार है, जिन्हें फ्लेक्जिबल भुगतान विकल्पों की जरूरत होती है।
पहले साल में फंड निवेश करने की योजना
कोटक एएमसी के प्राइवेट क्रेडिट हेड सौरभ त्रिपाठी ने कहा, “हमारे पास कई मौके हैं। हम फंड को पहले साल के अंदर ही निवेश करेंगे, क्योंकि देरी से रिटर्न पर असर पड़ सकता है। प्राइवेट क्रेडिट फंड 13% से 16% तक रिटर्न देते हैं।”
इस साल आदित्य बिड़ला सनलाइफ एएमसी ने भी 2,500 करोड़ रुपये का फंड लॉन्च किया था। कई और कंपनियां भी इस सेक्टर में उतर रही हैं।
प्राइवेट क्रेडिट का बढ़ता बाजार
भारत में प्राइवेट क्रेडिट का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में औसत डील साइज $80 मिलियन रही। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 2028 तक प्राइवेट क्रेडिट बाजार $60-70 बिलियन तक पहुंच सकता है। तेजी से बढ़ रहे इस क्षेत्र में छोटे शहरों के परिवार और अमीर निवेशक भी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह बाजार कंपनियों और निवेशकों के लिए नए मौके लेकर आ रहा है।