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Upcoming IPO: बोट, अर्बन कंपनी और 11 अन्य के आईपीओ को सेबी की मंजूरी, दलाल स्ट्रीट पर बढ़ेगा ट्रैफिक

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पिछले सप्ताह 13 कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दी है।

Last Updated- September 02, 2025 | 10:02 PM IST
Upcoming IPO

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पिछले सप्ताह 13 कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मंजूरी दी है। इनमें अर्बन कंपनी और इमेजिन मार्केटिंग जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। इस कदम से आने वाले महीनों में 15,000 करोड़ रुपये के आईपीओ का रास्ता साफ हो गया है।

बोट हेडफोन और स्मार्टवॉच की मातृ कंपनी इमेजिन मार्केटिंग ने अप्रैल में गोपनीय तरीके से अपने ड्राफ्ट दस्तावेज दाखिल किए। यह 2022 में अपने पिछले आईपीओ आवेदन को वापस लेने के बाद सूचीबद्ध होने का उसका दूसरा प्रयास था। टाइगर ग्लोबल और एक्सेल से समर्थित अर्बन कंपनी ने नए शेयरों और बिक्री पेशकश के माध्यम से 1,900 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस महीने के अंत में उसका आईपीओ आने की उम्मीद है।

सेबी ने जुनिपर ग्रीन एनर्जी, जैन रिसोर्स रीसाइ​क्लिंग, रवि इन्फ्राबिल्ड प्रोजेक्ट्स, मौरी टेक, ऑलकेम लाइफसाइंस, ओमनीटेक इंजीनियरिंग, केएसएच इंटरनैशनल, पेस डिजिटेक, प्रायोरिटी जैवेल्स, कोरोना रेमेडीज और ओम फ्रेट फॉरवर्डर्स को भी मंजूरी दी है। यह हाल के इतिहास में आईपीओ मंजू​रियों के लिहाज से सबसे व्यस्त सप्ताहों में से एक रहा है।

इससे पहले अगस्त में सेबी के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने संकेत दिया था कि अगस्त में अब तक के सबसे अधिक आईपीओ को मंजूरी दी जा सकती हैं। उन्होंने इसका श्रेय कुछ जटिल मामलों को छोड़कर आवेदनों के लंबित मामलों को दो या तीन महीने से अधिक पुराने न होने देने की नियामक की कार्य क्षमता को दिया।

हाल में मंजूरी पाने वाली कई कंपनियों ने मार्च और जून के बीच अपने डीआरएचपी जमा कराए थे। मंजूरियों में वृद्धि प्राथमिक बाजार की उछाल के साथ मेल खाती है। अकेले अगस्त में 12 कंपनियों ने स्टॉक एक्सचेंजों में प्रवेश किया। इस दौरान 34 एसएमई सूचीबद्ध हुईं जो मजबूत निवेशक मांग का संकेत है।
जुलाई में, 13 कंपनियां मेनबोर्ड श्रेणी में सूचीबद्ध हुईं। सेबी के आंकड़े बताते हैं कि लेंसकार्ट, हीरो मोटर्स, इंदिरा आईवीएफ और केनरा रोबेको ऐसेट मैनेजमेंट सहित 70 से ज्यादा कंपनियां इस समय अपने मसौदा दस्तावेजों को मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। ये कंपनियां कुल मिलाकर 1.4 लाख करोड़ रुपये रुपये जुटा सकती हैं।

First Published - September 2, 2025 | 9:55 PM IST

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