Ola Electric IPO: इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली देसी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ सब्सक्राइब करने के लिए दो अगस्त, 2024 को खुल सकता है। ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने ताजा इश्यू और ओएफएस के जरिये करीब 74 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा है।
इस बीच, ओला इलेक्ट्रिक (Ola electric) 1 अगस्त को अपने आईपीओ के लिए एंकर राउंड शुरू करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों की माने तो ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 2 से 6 अगस्त के बीच आम लोगों के लिए खुलने की संभावना है।
कब लिस्ट होगा ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ
ईवी कंपनी का आईपीओ 9 अगस्त को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही आईपीओ (IPO) लाने वाली यह पहली भारतीय इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनी बन जाएगी।
आईपीओ के जरिये कितने रुपये जुटाएगी कंपनी?
ओला इलेक्ट्रिक ने ताजा इश्यू और ओएफएस के जरिये करीब 74 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखा है। सूत्रों का कहना है कि सॉफ्टबैंक के समर्थन वाली ईवी कंपनी को आईपीओ से करीब 4.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन की संभावना है जो इसके पिछले फंडिंग राउंड के लगभग 5.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन से लगभग 18 प्रतिशत कम है।
बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक ईवी सेगमेंट में बाजार में एथर एनर्जी, बजाज और टीवीएस मोटर कंपनी जैसी ईवी बनाने वाली कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ डिटेल्स
ओला इलेक्ट्रिक ने 22 दिसंबर, 2023 को सेबी के पास अपना डीआरएचपी जमा कराया था। 20 जून को ओला इलेक्ट्रिक को आईपीओ के लिए मार्केट रेगुलेटर से मंजूरी मिल गई। इस मंजूरी के साथ ही ओला इलेक्ट्रिक के लिए लिस्ट होने वाली पहली भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी बनने की राह आसान हो गई है।
अग्रवाल ने इस आईपीओ में 4.74 करोड़ शेयर (3.48 प्रतिशत हिस्सेदारी) बेचने की योजना बनाई है। हिस्सेदारी बेच रहे अन्य शेयरहोल्डर्स में इंडस ट्रस्ट, अल्पाइन अपॉर्च्युनिटी फंड, डीआईजी इन्वेस्टमेंट, इंटरनेट फंड-3 (टाइगर ग्लोबल), मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स, मैट्रिक्स पार्टनर्स, सॉफ्टबैंक विजन फंड, अल्फा वेव वेंचर्स और टेकने प्राइवेट वेंचर्स शामिल हैं।
क्या करती है ओला इलेक्ट्रिक?
ओला इलेक्ट्रिक तमिलनाडु में अपनी फ्यूचरफैक्टरी में बैटरी पैक, मोटर और व्हीकल फ्रेम जैसे ईवी एवं प्रमुख कलपुर्जों का निर्माण करती है। इस फैक्टरी का 1 करोड़ यूनिट की सालाना उत्पादन क्षमता के साथ दुनिया के सबसे बड़ी दोपहिया संयंत्र के तौर पर विस्तार किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार कंपनी ने तमिलनाडु में लीथियम-आयन सेल निर्माण के लिए गीगाफैक्टरी स्थापित की है जिसकी शुरुआती क्षमता 5 गीगावॉट प्रति घंटा है। इस क्षमता को बाद में चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर 100 गीगावॉट प्रति घंटा किए जाने की योजना है।