अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन और बेंगलूरु की रियल एस्टेट डेवलपर सत्व समूह के निवेश वाला रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट)- नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट अगस्त में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 4,800 करोड़ रुपये जुटा सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। रीट ने मार्च में कुल 6,200 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मसौदा पत्र जमा कराया था, जिसमें से उसने 1,400 करोड़ रुपये प्री-आईपीओ फंडिंग के जरिये जुटाए हैं।
सूचीबद्धता के बाद नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट भारत का पांचवां सूचीबद्ध रीट होगा। इसका पट्टा योग्य कुल क्षेत्र 4.8 करोड़ वर्गफुट (एमएसएफ) होगा जो एशिया में दूसरा सबसे बड़ा है। शुद्ध परिचालन आय (एनओआई) और सकल परिसंपत्ति मूल्य (जीएवी) के मामले में यह भारत में सबसे बड़ा रीट होगा।
ब्लैकस्टोन ने इस बारे में बिजनेस स्टैंडर्ड के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया।
रीट की 95 फीसदी परिसंपत्तियां भारत के शीर्ष तीन कार्यालय बाजारों- मुंबई, बेंगलूरु और हैदराबाद- में केंद्रित हैं। रीट के पोर्टफोलियो में शामिल कुछ संपत्तियां मुंबई में वन बीकेसी, वन इंटरनैशनल सेंटर और वन वर्ल्ड सेंटर हैं। रीट के पोर्टफोलियो का 90 फीसदी हिस्सा पट्टे पर है जिसमें 76 फीसदी किराएदार बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं।
इससे पहले अपने मसौदा दस्तावेजों में रीट ने कहा था कि निर्गम की 5,800 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग परिसंपत्ति विशेष एसपीवी और निवेश संस्थाओं के कुछ कर्जों के आंशिक या पूर्ण पुनर्भुगतान या पूर्व भुगतान के लिए किया जाएगा। 31 मार्च, 2025 को ब्लैकस्टोन के ग्लोबल रियल एस्टेट पोर्टफोलियो की वैल्यू करीब 596 अरब डॉलर थी।
इससे पहले ब्लैकस्टोन दिसंबर 2023 में एम्बेसी ऑफिस पार्क्स रीट से बाहर निकल गया था और उसने अपनी पूरी 23.5 फीसदी हिस्सेदारी 7,100 करोड़ रुपये में बेच दी थी। 2022 में ब्लैकस्टोन ने माइंडस्पेस बिजनेस पार्क्स रीट से भी अपनी 9.16 फीसदी की पूरी हिस्सेदारी 1,740 करोड़ रुपये में बेच दी थी। पिछले साल ब्लैकस्टोन ने नेक्सस सलेक्ट ट्रस्ट की 20.8 फीसदी हिस्सेदारी में से आंशिक 4,300 करोड़ रुपये में बेची थी।
इस बीच, सत्व ग्रुप ने अब तक 8 करोड़ वर्गफुट से ज्यादा क्षेत्र विकसित किया है और 6.5 करोड़ वर्गफुट का विकास होना बाकी है। यह रियल एस्टेट समूह बेंगलूरु, गोवा, पुणे, हैदराबाद और कोयंबतत्तूर में वाणिज्यिक और आवासीय क्षेत्र में काम करता है।