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ग्लोबल मार्केट ट्रंप की नीतियों के लिए तैयार हैं? जानिए क्या कहते हैं विश्लेषक…

विश्लेषकों का मानना ​​है कि ट्रंप पर हाल में हुए हत्या के प्रयास से उन्हें सकारात्मक फायदा मिल सकता है और वह राष्ट्रपति पद की दौड़ में जो बाइडन से आगे निकल सकते हैं।

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पुनीत वाधवा   
Last Updated- July 18, 2024 | 10:29 PM IST

खबरों में कहा जा रहा है कि ऊंचे आयात शुल्क, चीन के साथ व्यापार प्रतिबंध, अक्षय ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) पर जो बाइडन की नीतियों को रद्द करने की संभावना सहित डॉनल्ड ट्रंप ने अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है कि अगर वह इस साल के अंत में व्हाइट हाउस के लिए चुने जाते हैं तो उनकी क्या योजना होगी। हालांकि खबरों के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व में निरंतरता के संकेत के रूप में ट्रंप चाहते हैं कि जेरोम पॉवेल कार्यकाल पूरा होने तक पद पर बने रहें।

विश्लेषकों का मानना ​​है कि पेंसिल्वेनिया में डॉनल्ड ट्रंप पर हाल में हुए हत्या के प्रयास से उन्हें सकारात्मक फायदा मिल सकता है और वह राष्ट्रपति पद की दौड़ में जो बाइडन से आगे निकल सकते हैं। जियोजित फाइनैं​​शियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का कहना है कि परिसंपत्ति वर्गों की बात करें तो ट्रंप की हत्या के प्रयास का निकट भविष्य में सोने और डॉलर जैसी सुरक्षित परिसंपत्तियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

विजयकुमार ने कहा, ‘मध्याव​धि के लिहाज से इस घटनाक्रम की वजह से नवंबर के चुनाव में ट्रंप की जीत की संभावना बढ़ गई है और इसलिए ब्याज दरों में कटौती और नियामक ढांचे के उदारीकरण की उम्मीदों के कारण ‘ट्रंप ट्रेड’ में तेजी आने की संभावना है। हालांकि अगर ट्रंप चुनाव जीतते हैं और चीन के आयात पर भारी शुल्क लगाते हैं तो इससे चीन के साथ ‘ट्रेड वॉर’ यानी व्यापार टकराव बढ़ सकता है जिसका वै​श्विक व्यापार और वै​श्विक वृद्धि पर प्रभाव पड़ेगा।’ लेकिन अहम सवाल यह है कि क्या वैश्विक वित्तीय बाजार ट्रंप की नीतियों और कठोर प्रतिबंधों के लिए तैयार हैं?

राबोबैंक इंटरनैशनल में विश्लेषकों ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में लिखा है, ‘ट्रंप को सीधा सुनने के बावजूद यह कहना मुश्किल है कि आगे क्या होगा। 2016 में चुनाव के दिन ट्रंप जब क्लिंटन से आगे निकल गए तो शेयर गिर रहे थे, फिर अचानक पलट गए जैसे उनको समझ आ गया कि इसका क्या मतलब है।’खबरों के अनुसार डॉनल्ड ट्रंप 4.6 लाख करोड़ डॉलर की लागत से 2017 की अपने कर कटौती को नवीनीकृत करना और कॉरपोरेट कर को घटाकर 15 प्रतिशत करना चाहेंगे। इसके अलावा उनका इरादा चीन पर शुल्क को 60 – 100 प्रतिशत तक बढ़ाने का है। वे यूरोपीय संघ पर भी शुल्क बढ़ाना चाहेंगे।

अन्य देशों से आयात पर 10 प्रतिशत शुल्क पर भी विचार किया जा सकता है। ऊर्जा एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जिसके बारे में उन्होंने कहा है कि कीमतें तुरंत घटाई जा सकती हैं। यूनाइटेड नेशंस कॉमट्रेड के अनुसार चीन से अमेरिकी आयात 2023 के दौरान 448.02 अरब डॉलर था। इस बीच, कैलेंडर वर्ष 2024 में अब तक प्रमुख वै​श्विक इ​क्विटी बाजारों में तेजी आई है। ताइवान वेटेड (33 प्रतिशत तक ऊपर), निक्केई 225 (24 प्रतिशत तक), नैस्डैक (23 प्रतिशत) शानदार प्रदर्शन करने वालों में शुमार रहे हैं। इसके बाद एसऐंडपी 500, डीएएक्स, निफ्टी50 और स्ट्रेट्स टाइम्स में 2024 में अब तक 18 प्रतिशत तक की तेजी आई है।

First Published : July 18, 2024 | 10:29 PM IST