पीरामल एंटरप्राइजेज (पीईएल) ने हाल में 1,750 करोड़ रुपये मूल्य के 1.4 करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद की घोषणा की। पुनर्खरीद भाव 1,250 रुपये प्रति शेयर है, जिससे घोषणा की तारीख पर बाजार भाव से 16 प्रतिशत तेजी का संकेत मिलता है। पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने मनोजित साहा के साथ वीडियो साक्षात्कार में पुनर्खरीद से लेकर समूह की बैंकिंग योजनाओं पर चर्चा की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
हमने श्रीराम ग्रुप में निवेश किया था और इस इसका कुछ हिस्सा जून के अंत में बेच दिया गया, जिससे 4,820 करोड़ रुपये हासिल हुए। इससे पीईएल में हमारी नेटवर्थ 31,000 करोड़ रुपये रह गई। हमारा ऋण-पूंजी अनुपात सिर्फ 1.2 पर है। इसके परिणामस्वरूप, हम एक वित्तीय कंपनी के नजरिये से जरूरत से ज्यादा इक्विटी से संपन्न हैं।
इसके अलावा, निजी एनबीएफसी में नेटवर्क के संदर्भ में, हमें तीसरा स्थान हासिल है। हमने अपने शेयरधारकों को भी लाभान्वित करना चाहते थे। शेयर हाल के वर्षों में कमजोर रहा है, इसलिए हमने अपने शेयरधारकों की मदद करने पर जोर दिया। महत्वपूर्ण है कि इस पुनर्खरीद को छोटे शेयरधारकों को लाभान्वित करने के लिए पेश किया गया, क्योंकि प्रवर्तक इसमें हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
कर के साथ, निकासी लगभग 2,100 करोड़ रुपये होगी। सितंबर के अंत तक, हमारी बैलेंस शीट में करीब 6,000 करोड़ रुपये की नकदी दिखेगी, जो लिक्वीडिटी कवरेज रेशियो की जरूरत से अधिक होगी।
हमारी ऋण बुक का दोगुना होना स्वाभाविक है। हम तब उपयुक्त अवसर पैदा होने पर अधिग्रहणों की संभावना तलाशेंगे। हमारे पिछले रिकॉर्ड में अधिग्रहण शामिल रहे हैं और हम आगे भी लाभकारी अवसरों की तलाश जारी रखेंगे। हम तकनीक और लोगों के समावेश पर जोर देते हैं।
सामान्य बीमा के लिए हमने आईबीसी प्रक्रिया के दौरान रिलायंस कैपिटल के लिए बोली प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। हालांकि हमारी बोली दूसरों से कम थी। जब भी हमारी रणनीति के अनुरूप उपयुक्त अवसर पैदा होंगे, हम उन पर विचार करेंगे। जहां तक परिसंपत्ति प्रबंधन का सवाल है, यह हमारी मौजूदा योजनाओं का हिस्सा नहीं है।
अधिग्रहणों के लिए हमारी मुख्य जोर रिटेल उधारी क्षेत्र में रहा है। चाहे यह माइक्रोफाइनैंस हो या स्वर्ण ऋण संबंधित अवसर, हम अपनी रणनीति के हिसाब से इस विचार करेंगे। हमारा निवेश कर्मियों और तकनीक से जुड़ा हुआ है।