‘कोविड जांच के नए तरीकों की खोज’

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 1:38 AM IST

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) कोविड-19 के लिए लार या थूक आधारित परीक्षण तरीके की खोज कर रहा है और इसने कुछ परीक्षणों को सत्यापित भी किया है लेकिन उसे विश्वसनीय नहीं माना गया है। हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया संवाद में कहा कि अमेरिका के फू ड ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा अनुमोदित परीक्षणों वाली कंपनियों ने अभी सरकार से संपर्क नहीं किया है।
हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में अब तक सार्स-सीओवी-2 की किस्मों का कोई अहम म्यूटेशन नहीं देखा गया है और आईसीएमआर अलग-अलग समय पर पिछले कई महीनों में देश भर से एकत्र किए गए कोरोनावायरस के प्रतिनिधि किस्मों का क्रम तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसका ब्योरा अक्टूबर की शुरुआत में उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉजिस्टिक मुद्दों के सामने आने पर उसे टालने के लिए देश के ग्रामीण हिस्सों में ऑक्सीजन कंसेनट्रेटर्स भेजा था। ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका टीके की जांच पर हर्षवर्धन ने कहा, ‘स्वतंत्र जांच विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद ही जांच  फि र से शुरू किया गया है ।’

कोरोना घटनाक्रम

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में कोविड-19 से मौत के आंकड़े कम हैं
भारत में रविवार को लगातार दूसरे दिन कोरोनावायरस से उबर चुके लोगों की संख्या संक्रमित पाए गए लोगों की संख्या से अधिक रही
देश में बीते 24 घंटे में 94,612 लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से ठीक हुए हैं। संक्रमण से उबरने वाले मरीजों की संख्या 43,03,043 हो गई है और ठीक होने की दर 79.68 फीसदी पहुंच गई है
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण से ठीक हुए नए मरीजों में से 60 फीसदी पांच राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु से हैं

First Published : September 21, 2020 | 12:05 AM IST