कोविड दावों का बीमा कंपनियों पर विपरीत असर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:00 AM IST

भारत में कोविड महामारी को एक साल हो चुके हैं। उसके बाद से भारत की बीमा कंपनियां, खासककर गैर जीवन बीमा में कोविड दावे अप्रत्याशित रूप से सामने आए हैं। भारत की बीमा कंपनियों ने अपने बीमा में कोविड दावों के असर की गणना नहीं की थी। ऐसे में ज्यादातर इन दावों का अनुमान नहीं लगाया गया। इसके बावजूद बीमा कंपनियां इस तरह के दावों के असर को लेकर अनिश्चित हैं कि इस तरह के दावों का उनके हानि अनुपात और उनकी बीमा पॉलिसियों की कीमत पर क्या असर पड़ेगा।
कई का कहन है कि उनके स्वास्थ्य पोर्टफोलियो में हानि का अनुपात प्रभावित हुआ है। यह अप्रत्याशित कोविड दावों की वजह से हुआ है और अभी इसका पूरा असर जानना बाकी है।
साथ ही ज्यादातर बीमा कंपनियों की राय है कि उनकी बीमा पॉलिसियों की पेशकश की कीमतों में बदलाव उनके पूरे साल के दावों के अनुभव पर निर्भर होगा और अभी इस पर कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। बहरहाल कोविड-विशेष की पॉलिसी, जहां दावों का अनुभव खासकर बुरा है, इसकी पेशकश की कीमत में बदलाव हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तमाम कंपनियों का हानि अनुपात है, जिसका अनुमान से थोड़ा ज्यादा विपरीत असर है। कोविड की दूसरी लहर, पहली की तुलना में ज्यादा व्यापक और मजबूत है। उनका मानना है कि ऐसे में स्वाभाविक रूप से कोविड से संबंधित दावे कंपनियों पर असर डालेंगे।  अगर कोविड दावों का असर सतत है तो प्रीमियम में कोई बदलाव नहीं होगा। अगर यह गैर सतत है तो प्रीमियम में बदलाव होगा।  मैक्स बूपा हेल्थ इंश्योरेंस में अंडरराइटिंग, प्रोडक्ट्स और क्लेम के निदेशक भावतोष मिश्र ने कहा, ‘कंपनी के रूप में हमने पिछले साल प्रीमियम में कोई बदलाव न करने का फैसला किया, जिससे हमारे ग्राहकों को कुछ राहत मिल सके क्योंकि कोविड ने सबको आर्थिक रूप से प्रभावित किया है। कोविड की दूसरी लहर में हम स्थिति का नजदीकी के आकलन कर रहे हैं और प्रीमियम पर असर के बारे में देखो व इंतजार करो की रणनीति पर चल रहे हैं।’
अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एएम बेस्ट के मुताबिक लॉकडाउन के शुरुआती कुछ महीनों में बीमा दावों में उल्लेखनीय कमी हुई है क्योंकि उपचार और अस्पतालों की भर्ती टाले जाने का असर पड़ा। बहरहाल मई  2020 से मेडिकल दावे बढऩे शुरू हुए। अभी दूसरी लहर में भी एक बार फिर नियमित मेडिकल दावे कम होंगे। लेकिन बीमा कंपनियों को 2020 की तुलना में ज्यादा कोविड दावों का भुगतान करना पड़ सकता है।
 जनरल इंश्योरेंस काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक 28 अप्रैल तक के आंकड़ों के मुताबिक 15,559 रुपये के 11 लाख कोविड स्वास्थ्य दावे किए गए। इसमें से 8,918.57 करोड़ रुपये के 9,30,729 दावों का निपटान किया गया।

First Published : May 10, 2021 | 12:02 AM IST