दहशत की घड़ी में बजा सेना का डंका

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 6:04 AM IST

मुंबई में पिछले दो दिनों से खुलेआम चौबीसों घंटे चल रहे दहशत के खूनी खेल को देखकर भारत ही नहीं, कमोबेश पूरी दुनिया ही भौचक्की नजर आई।


यही वजह है कि आतंकवादियों के इस दुस्साहस की कड़ी निंदा करते हुए इस मौके पर भारत से एकजुटता दिखाई। इसके तहत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सदस्य देशों से आह्वान किया कि वह हमले के दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए भारत के साथ सहयोग करें।

एक बयान में कहा गया कि 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि आतंकवाद की हर कार्रवाई आपराधिक है और इसे किसी भी सूरत में जायज नहीं ठहराया जा सकता।

ओबामा की भी नजरें गड़ीं : अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विदेश मंत्री कोंडोलिजा राइस से मुंबई के हालात के संबंध में जानकारी ली।

इसके अलावा, ओबामा के सत्ता हस्तांतरण दल ने विदेश विभाग के अभियान केंद्र एवं राष्ट्रीय खुफिया के निदेशक कार्यालय से संपर्क में रहने के लिए एक विशेष समूह भी बनाया है, उन्हें मुंबई हमले से संबंधित पल-पल की जानकारी देगा।

अमेरिका और इजरायल ने भेजी टीम: अमेरिका एफबीआई के जांचकर्ताओं और फोरेंसिक विशेषज्ञों का अपना एक दल मुंबई भेज रहा है। यह दल हमलों की योजना समझने तथा साक्ष्यों को एकत्रित करने में मदद करेगा।

इसी तरह, इजरायल सरकार ने चिकित्साकर्मियों और अन्य पेशेवरों का दल भेजा है, जो आतंकवादी हमलों और उसके बाद की स्थिति से निपटने के लिए मदद करेगा।

दुनिया ने की निंदा: कनाडा ने कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में और संकट की इस घड़ी में कनाडा भारत सरकार और वहां की जनता के साथ है। इटली ने कहा कि ऐसी अमानवीय हिंसा की कार्रवाई से आतंकवाद एवं चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई के लिए वैश्विक संकल्प और मजबूत होगा।

आतंकी डाल-डाल, सेना पात-पात

मुंबई पर हमले में सबसे लंबे समय तक आतंकियों की गिरफ्त में नरीमन हाउस ही रहा। यहां शुक्रवार को भीषण गोलीबारी-धमाकों की आवाजें आती रहीं।

हालांकि आतंकियों ने यहां बंधकों की हत्या भी कर दी। हेलीकॉप्टर से उतरे कमांडों ने उन्हें ऊपरी मंजिलों की ओर भागने को मजबूर कर दिया। यहां मौजूद आतंकवादियों की हर चाल का जवाब इन्होंने दिया।

यमदूतों को नजर आया काल

होटल ओबेरॉय में दिनभर गोली-बारी और धमाकों के बीच अंतत: जाबांज कमांडों ही जीते। उन्होंने न सिर्फ वहां छिपे दो आतंकवादियों को मार गिराया बल्कि वहां फंसे 150 से ज्यादा लोगों को भी सकुशल बाहर निकालकर जीवनदान दे दिया।

इसके बावजूद वहां ऐहतियातन तलाशी अभियान छेड़ा गया।

ताज के लिए छिड़ी आर-पार

गुरुवार रात 40 लाशों की बरामदगी के बाद ताज होटल  में छिपे आतंकवादियों का सफाया करके सेना ने अंतत: वहां से बडीी तादाद में बंधकों को आजाद कराया बल्कि नई इमारत को पुलिस के जिम्मे भी सौंप दिया।

पुरानी इमारत में तलाशी अभियान तथा कुछ मजिंलों पर फंसे लोगों को छुड़ाने के लिए भी जवानों ने जंग छेड़ दी।

उठती-गिरती रहीं सेंसेक्स की सांसें

मुंबई में बुधवार रात से चल रहे आतंकियों और सेना की मुठभेड़ के बीच शुक्रवार को बाजार खुले, लेकिन उन पर दहशत का साया साफ नजर आया। इससे पहले गुरुवार को बाजार बंद रहे थे।

शुक्रवार सुबह बाजार गिरावट के साथ खुला। हालांकि कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स करीब 66 अंकों की बढ़त के साथ 9,092 और निफ्टी 2.85 अंक ऊपर 2,755 पर बंद हुआ।

दिल्ली में भी रही हर पल हलचल

भारत ने बुलाया आईएसआई चीफ को: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को मुंबई के आतंकवादी हमलों से जुड़ी जानकारी का आदान- प्रदान करने के लिए आईएसआई प्रमुख को भारत भेजने का अनुरोध किया, जिसे उन्होंने मान लिया।

यह दौरा जल्द ही होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी भी आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा के साथ भारत दौरे पर आएंगे।

पाक ने किया सहयोग का वादा: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को फोन करके मुंबई हमलों से जुड़ी जांच में हर संभव सहयोग देने का वादा किया।

हुई आपात बैठक: गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.नारायणन, कैबिनेट सचिव के.एम.चंद्रशेखर, गृह मंत्रालय में विशेष सचिव एम.एल.कुमावत और खुफिया ब्यूरो के निदेशक पी.हलदर के साथ एक आपात बैठक की।

First Published : November 29, 2008 | 12:11 AM IST