दिल्ली में वायु प्रदूषण रोकने को कार्य योजना

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 2:31 PM IST

अब जबकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र धुंध वाले ठंड के महीनों के करीब है, दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण रोकने के लिए 15 सूत्री शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की है।     
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक बयान में मुख्य बिंदु चिह्नित किए हैं। केजरीवाल ने घोषणा की कि कचरा जलाने, धूल और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को रोकने के लिए दल गठित किए जाएंगे। 
संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने कहा कि कार्य योजना में 233 एंटी-स्मॉग गन और कम से कम 150 सचल एंटी-स्मॉग गन की स्थापना शामिल होगी। उन्होंने कहा, ‘हमने स्थिति की निगरानी के लिए एक ग्रीन रूम बनाया है, जिसमें नौ विज्ञान विशेषज्ञ रहेंगे और खुले में कचरा जलाने वालों की जांच के लिए 611 दल का गठन किया है।’
उन्होंने कहा कि 6 अक्टूबर से सरकार धूल रोधी अभियान भी चलाएगी, जिसमें 586 दल, निर्माण स्थलों का दौरा कर यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के उपायों का सख्ती से पालन किया गया हो। सरकार ने एक दल बनाया है जो पटाखा प्रतिबंध को लागू करेगा और धूलविरोधी अभियान चलाएगा। 
उन्होंने कार्य योजना की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार इस साल करीब 5,000 एकड़ जमीन पर पराली के निपटान के लिए पूसा जैव-अपघटक का छिड़काव कराएगी जबकि पहले यह आंकड़ा 4000 एकड़ का था।  
सरकार ने पहले ही पटाखों के भंडारण, वितरण और खरीद पर प्रतिबंध की घोषणा की है और निगरानी के लिये 210 दलों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार सड़क साफ करने के लिये 80 मशीनों के अलावा पानी के छिड़काव के 581 यंत्र और 150 सचल एंटी-स्मॉग टावर भी लगाएगी। 
केजरीवाल ने मार्गों में परिवर्तन के जरिए 203 सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने की योजना का भी एलान किया ताकि यातायात जाम के कारण वाहन से होने वाला उत्सर्जन कम हो। सरकार ने 10 साल से पुराने डीजल वाहनों और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहनों के प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्रों का सख्त निरीक्षण सुनिश्चित करने के लिए 380 टीमों का गठन किया है। 

First Published : September 30, 2022 | 10:24 PM IST