G20 Summit in India: देश की राजधानी दिल्ली में इस बार G20 सम्मिट (G20 Summit) का आयोजन होने जा रहा है। यह सम्मिट प्रगति मैदान में 9 से 10 सितंबर तक चलेगा। सम्मिट को लेकर पूरे देश में तैयारी जोरो-शोरों से चल रही है और राजधानी के नई दिल्ली इलाके को अलग-अलग देशों से आ रहे मेहमानों के लिए पूरी तरह सजा दिया गया है।
G-20 समूह में शामिल देशों में से कोई न कोई इस सम्मिट की मेजबानी करता है और इस साल जी-20 की अध्यक्षता भारत के पास है। भारत में हो रहे है जी-20 की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ यानी ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ रखी गई है। इससे पिछले वर्ष इंडोनेशिया ने जी-20 की मेजबानी की थी।
कब और क्यों हुई थी G20 की शुरुआत ?
G20 की स्थापना 1999 में एशिया में वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने को लेकर एक मंच के रूप में की गई थी।
क्या है G20 ?
ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी (G20) अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है। इसमें शामिल सभी प्रमुख देश अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक आर्किटेक्चर और शासन को आकार देने तथा मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
G20 प्रेसीडेंसी के रूप में भारत की क्या जिम्मेदारी ?
G20 प्रेसीडेंसी अन्य सदस्यों के परामर्श से और वैश्विक अर्थव्यवस्था में विकास के जवाब में G20 एजेंडा को एक साथ लाने के लिए जिम्मेदार है। भारत के पास 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की प्रेसीडेंसी है।
भारत पहली बार प्रेसीडेंसी बना है और कोविड-19, रूस-यूक्रेन युद्ध और वैश्विक मंदी की जटिल चुनौतियों का समाधान करने के लिए दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच चर्चा और पहल का संचालन कर रहा है। इसलिए दुनिया की नजरें भारत पर टिकी हुई है।
जी20 में कितने देश होंगे शामिल ?
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) में 19 देश शामिल हैं जबकि 20वां सदस्य यूरोपीय संघ (EU) है। इनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
G20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद यानी ग्लोबल GDP का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से ज्यादा और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं।
सम्मेलन में किन देशों के शीर्ष नेता हो सकते हैं शामिल ?
संयुक्त राज्य अमेरिका
ब्रिटेन
दक्षिण कोरिया
फ्रांस
चीन
कनाडा
ऑस्ट्रेलिया
बांग्लादेश