प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के व्यवसाय एवं कारोबार मंत्री जॉनथन रेनॉल्ड्स दोनों देशों के बीच चल रही मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की प्रगति की समीक्षा करेंगे। साथ ही एफटीए को मूर्त रूप देने एवं इसके क्रियान्वयन के लिए एक स्पष्ट समयबद्ध रोडमैप तैयार करेंगे।
इसके लिए पीयूष गोयल 18 से 19 तक ब्रिटेन का दौरा करेंगे। वाणिज्य विभाग ने आज कहा, ‘इस यात्रा का उद्देश्य ब्रिटेन के साथ भारत की आर्थिक एवं व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने पर भारत के रणनीतिक ध्यान को दर्शाना है। खासकर तब जब दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने की घोषणा की है।’
करीब साढ़े तीन साल तक चली लंबी और गहन वार्ता के बाद पिछले महीने भारत और ब्रिटेन ने व्यापार करार को मूर्त रूप दिया था, जिससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक एवं आर्थिक संबंध को बढ़ावा मिलेगा। मगर इस करार के क्रियान्वयन में थोड़ा वक्त लग सकता है।
अधिकारियों ने पिछले महीने बताया था कि समझौते के क्रियान्वयन में 15 महीने से अधिक का समय लग सकता है। दोनों पक्षों ने समझौते के कानूनी प्रक्रियाओं की जांच शुरू कर दी है और इसे पूरा होने में करीब दो महीने और लगेंगे। उसके बाद करार पर हस्ताक्षर किया जाएगा। हालांकि, भारत को इसके लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी लेनी होगी और ब्रिटेन को इसे संसद से पारित करना होगा, जिसमें करीब एक साल का समय लगने की उम्मीद है।
बयान में कहा गया है, ‘ऐसे वक्त में जब वैश्विक व्यापार की गतिशीलता में बदलाव आ रहा है गोयल की यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय वार्ताओं को आगे बढ़ाना है। इसके अलावा उभरते अवसरों का लाभ उठाना एवं एक दूरदर्शी, मजबूत और पारस्परिक तौर पर लाभकारी आर्थिक रिश्ते के लिए एक दमदार आधार रखना है।’
मंत्री ब्रिटेन की चांसलर ऑफ द एक्सचेकर रेचल रीव्स से भी मुलाकात करेंगे और इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक प्राथमिकताओं, वित्तीय सहयोग एवं निवेश को आसान बनाने पर चर्चा की जाएगी। वह रचनात्मक उद्योग एवं नवाचार आधारित क्षेत्रों में सहयोग का पता लगाने के वास्ते संस्कृति, मीडिया एवं खेल मंत्री लिसा नंदी से भी मुलाकात करेंगे।