सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच हज यात्रा के दौरान मरने वाले लोगों की संख्या 1,000 के पार हो गई है। समाचार एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी है। इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक, सालाना हज के लिए सऊदी अरब गए 10 देशों के नागरिकों में से 1,081 लोगों की मौत हुई है और इनमें 90 भारतीय हैं।
सोमवार को मक्का में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, जिससे करीब 18 लाख लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हज यात्रा में मुख्य तौर पर कई बुजुर्ग और कमजोर लोग शामिल थे, जिनके लिए यात्रा में परेशानी खड़ी हो गई।
एएफपी ने एक अरब राजनयिक के हवाले से बताया कि भीषण गर्मी के कारण दम तोड़ने वाले मिस्र के नागरिकों की संख्या 658 हो गई, जो एक दिन पहले के 300 मौतों से काफी अधिक है। विभिन्न देशों के आंकड़ों के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 1,081 हो गई।
इसके अलावा, सऊदी अरब में मिस्र के अधिकारियों को 1,400 से अधिक हजयात्रियों के लापता होने की जानकारी मिली है, जिनमें कई के मौत की पुष्टि की जा चुकी है।
जॉर्डन, इंडोनेशिया, ईरान, सेनेगल, ट्यूनीशिया और इराक के कुर्दिस्तान सहित कई देशों के लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है मगर स्पष्ट कारणों के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। जॉर्डन के अधिकारियों ने 20 हाजियों के लापता होने की जानकारी दी। शुरू में 80 के बारे में बताया गया था जो बाद में अस्पताल में मिले।
सऊदी ने अरब ने अब तक मरने वालों के आंकड़े जारी नहीं किए गए मगर सिर्फ रविवार को ही भीषण गर्मी से मरने वालों की संख्या 2,700 के पार हो गई थी। पिछले साल 200 से अधिक हाजियों के मौत की जानकारी मिली थी। उनमें से अधिकतर इंडोनेशिया के थे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लापता लोगों की तस्वीरों की बाढ़ आ गई है। लगातार बढ़ती मौतों के बीच लोग अपने परिजनों की तलाश करने लगे हैं।
इस बीच, सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी के कारण मौत के दावों का खंडन किया है। मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि इस साल किसी भी हज यात्री की गर्मी के कारण मौत नहीं हुई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी जमील अबुएलैनैन के हवाले से कहा कि हाजियों की तबीयत खराब होने के कारण जान गई है।
साऊदी के जर्नल ऑफ ट्रैवल ऐंड मेडिसिन अध्ययन में कहा गया है कि हज वाले इलाकों में हर दस साल में तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस की दर से बढ़ रहा है, जो जलवायु परिवर्तन को दर्शाता है। सोमवार को तापमान 50 डिग्री के पार हो जाने पर मिस्र के विदेश मंत्रालय ने लापता मिस्रवासियों की तलाश के लिए सऊदी के अधिकारियों के साथ सहयोग के बारे में बताया गया मगर उन्होंने मरने वालों की संख्या के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
सऊदी के अधिकारियों ने रविवार को मृतकों की संख्या बताए बिना भीषण गर्मी के कारण 2 हजार से अधिक हाजियों के इलाजरत होने की जानकारी दी थी। पिछले साल विभिन्न देशों के कम से कम 240 हाजियों की मौत हुई थी, जिनमें से अधिकतर इंडोनेशिया के थे।