भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) अगले वित्त वर्ष के दौरान 111 सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं सार्वजनिक कल्याण की भूविज्ञान गतिविधियां शुरू करेगा। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी।
जीएसआई द्वारा वर्ष 2023-24 के लिए पांच मिशनों के अंतर्गत कुल 966 मानक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया है।
इसके तहत रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तथा उर्वरक खनिजों की खोज पर विशेष जोर देने के साथ आधारभूत डाटा तैयार करने और खनिज अन्वेषण कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
इसके अलावा भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभिन्न राज्यों के भू-वैज्ञानिकों सहित अपने अधिकारियों एवं अन्य बाहरी अधिकारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए 115 पाठ्यक्रम संचालित करेगा।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण साल 1851 में स्थापित दुनिया के सबसे पुराने सर्वेक्षण संगठनों में से एक है। बीते कई वर्षों से भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने विभिन्न भूवैज्ञानिक गतिविधियों में विकास एवं विविधता जारी रखी है और भूविज्ञान के क्षेत्र में अपना उल्लेखनीय योगदान दिया है।