न्यूनतम मोटर बीमा कवर लेकर बचाएं 50 फीसदी तक रकम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:58 AM IST

कोविड-19 महामारी के बीच ज्यादातर लोग घरों से ही काम कर रहे हैं और उनके वाहनों का इस्तेमाल भी कम हो रहा है। जब वाहन सड़कों पर कम उतरेंगे तो दुर्घटना का जोखिम भी कम हो जाएगा। ऐसे में कई लोग यह सोचने लगे हैं कि व्यापक यानी कॉम्प्रिहेंसिव वाहन बीमा बनाए रखने की कोई तुक है या नहीं। कई लोग न्यूनतम खर्च वाला बीमा लेने के बारे में भी सोचने लगे हैं।
वाहन बीमा के दो हिस्से होते हैं – पहला थर्ड पार्टी (टीपी) और दूसरा ओन डैमेज (ओडी)। टीपी कवर अनिवार्य है मगर यह सस्ता होता है। ओडी कवर लेना या न लेना आपकी मर्जी पर है और यह महंगा भी होता है। जब ये दोनों कवर वाहन बीमा में शामिल होते हैं तो उसे कॉम्प्रिहेंसिव वाहन बीमा पॉलिसी कहा जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप वाहन बीमा पर खर्च घटाने की ठान चुके हैं तो थर्ड पार्टी बीमा के साथ आग और चोरी से सुरक्षा का कवर जरूर लें। फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस के मुख्य परिचालन अधिकारी श्रीराज देशपांडे कहते हैं, ‘इस समय लोग सार्वजनिक स्थानों पर वाहनों का इस्तेमाल शायद नहीं कर रहे हों और इसीलिए ओन डैमेज कवर लेने के इच्छुक भी नहीं हों। लेकिन खड़े वाहन पर भी चोरी होने या आग लगने का खतरा रहता है, इसलिए इनसे बचाव के कवर जरूर लेने चाहिए।’

अच्छी खासी बचत
थर्ड पार्टी कवर के साथ आग और चोरी से सुरक्षा का कवर लें तो काफी सस्ता पड़ेगा। पॉलिसीबाजार में कार बीमा प्रमुख उत्पल रमण शर्मा कहते हैं, ‘कॉम्प्रिहेंसिव बीमा के मुकाबले थर्ड पार्टी, आग और चोरी से सुरक्षा का बीमा लेना 50 फीसदी तक सस्ता पड़ सकता है।’ अगर वाहन मालिक पूरे साल कोई दावा नहीं करता है तो पॉलिसी नवीकरण के समय उसे नो क्लेम बोनस का फायदा मिलता है। शर्मा कहते हैं, ‘अगर आपका भी नो क्लेम बोनस बन रहा है तो न्यूनतम बीमा कवर लेने पर भी आपको उसका फायदा मिलेगा।’

मगर बढ़ सकता है जोखिम
बीमा कवर इसीलिए लिया जाता है ताकि जोखिम से बचाव हो और चिंता नहीं रहे। ग्लोबल इंश्योरेंस ब्रोकर्स में कार्यकारी उपाध्यक्ष (मोटर) एस गोपालकृष्णन कहते हैं, ‘थर्ड पार्टी कवर के साथ आग और चोरी से सुरक्षा का कवर ही लेंगे तो किसी अन्य दुर्घटना (जैसे वाहन पर पेड़ गिरना या पानी में वाहन फंसना) से होने वाले नुकसान से आपको सुरक्षा नहीं मिल सकेगी।’ अगर कार चलाते समय आप हादसे के शिकार हो जाते हैं और आपकी कार को नुकसान पहुंचता है तो आपको मुआवजा नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, अगले साल आप कॉम्प्रिहेंसिव बीमा लेने जाएंगे तो अंडरराइटिंग की कुछ शर्तें आपको माननी पड़ सकती हैं।
अगले वर्ष जब आप अधिक खूबियों वाला बीमा कवर लेना चाहेंगे तो इसके साथ आपको कुछ शर्तों का पालन करना पड़ सकता है। यह नया झंझट होगा और पिछले साल की आपकी बीमा की बचत इसमें खर्च भी हो सकती है। आनंद राठी इंश्योरेंस ब्रोकिंग में एसोसिएट निदेशक विनीता पोरवाल कहती हैं, ‘जीरो डेप्रिसिएशन कवर एक बार खत्म करने के बाद उसे दोबारा लेना मुश्किल होगा। दोबारा कॉम्प्रिहेंसिव बीमा लेने जाएंगे तो आपके वाहन का घोषित बीमा मूल्य (आईडीवी) भी कम हो सकता है।’ आईडीवी आपके वाहन की वह अधिकतम कीमत होती है, जो हादसे में वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने पर आपको मिल सकती है।

तो घटाएं कवर?
जिन्हें कार खरीदे अधिक समय नहीं हुआ है या जिनकी कार ज्यादा कीमती है, उनके लिए तो कॉम्प्रिहेंसिव कवर बनाए रखना ही बेहतर हेागा। पोरवाल की सलाह है, ‘अगर आपको कार खरीदे अभी 5 साल नहीं हुए हैं तो कवर कम करना सही नहीं होगा। पार्किंग में खड़े वाहन भी हादसों के शिकार हो सकते हैं। चक्रवात जैसी मौसमी आपदा से आपकी कार पर पेड़ गिर सकते हैं, जिससे छत या विंडस्क्रीन को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसा किसी के भी साथ हो सकता है।’
फिर थर्ड पार्टी के साथ केवल आग और चोरी का बीमा कवर लेना कब सही रहेगा? – जब आपके परिवार में कई कार हों और उनमें से कोई कभीकभार ही इस्तेमाल होती हो। यदि आपका अपना गैराज हो या इमारत में आपकी कार ढकी हुई जगह पर खड़ी होती हो और वहां पानी जमा होने का खटका नहीं हो। यह विकल्प आप तब भी आजमा सकते हैं, जब आपको लग रहा हो कम से कम पूरे साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए आपकी कार बेहद कम इस्तेमाल होगी। यदि आप इन तीनों में से किसी श्रेणी में नहीं आते हैं तो आपके लिए कॉम्प्रिहेंसिव बीमा कवर लेना ही ठीक रहेगा।

First Published : June 6, 2021 | 8:29 PM IST