प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
RBI Repo Rate Cut 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पिछले हफ्ते रीपो रेट में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद, सरकारी बैंकों पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा, यूको बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक ने अपनी लोन की ब्याज दरों में कमी की है।
बता दें कि बीते दिनों मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने बाजार के अनुमानों को चौंकाते हुए रीपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट की बजाय 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया था।
पंजाब नेशनल बैंक ने अपनी रीपो से जुड़ी लेंडिंग रेट (RLLR) को 8.85% से घटाकर 8.35% कर दिया, जो 9 जून से लागू होगा। हालांकि, बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में कोई बदलाव नहीं किया।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी RLLR को 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 8.15% कर दिया, जो 7 जून से लागू है। बैंक ऑफ इंडिया ने भी अपनी रीपो-बेस्ड लेंडिंग रेट (RBLR) को 50 बेसिस पॉइंट कम करके 8.35% किया, जो 6 जून से प्रभावी है।
यूको बैंक ने सभी MCLR अवधियों में 10 बेसिस पॉइंट की कटौती की है, जो 10 जून से लागू होगी।
यूको बैंक की रीपो से जुड़ी लेंडिंग रेट, यूको फ्लोट, को भी 50 बेसिस पॉइंट घटाकर 8.30% कर दिया गया है, जो 9 जून से लागू होगा।
निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक ने अपनी 1-वर्ष की MCLR में 20 बेसिस पॉइंट की कमी करके 9.80% और 6-महीने की MCLR में 10 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। अन्य अवधियों की दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। ये बदलाव 7 जून से लागू हैं।
RBI का ताजा मौद्रिक नीति फैसला बैंकों की लोन और जमा दरों तक नीति दरों के असर को तेज करने के लिए था। 50 बेसिस पॉइंट की रीपो रेट कटौती के अलावा, RBI ने कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को भी दो चरणों में 100 बेसिस पॉइंट घटाकर 3% कर दिया, जो बैंकों की कुल जमा और मियादी देनदारियों का हिस्सा है—यह स्तर सामान्य आर्थिक स्थितियों में कम ही देखा जाता है।
RBI ने अपनी मौद्रिक नीति का रुख “उदार” से बदलकर “तटस्थ” कर दिया, जिससे संकेत मिलता है कि इस चक्र में और दर कटौती की गुंजाइश सीमित है। इसके साथ, RBI ने 2025 में कुल 100 बेसिस पॉइंट की नीतिगत दरों में कटौती की है। फरवरी में 25 बेसिस पॉइंट, अप्रैल में 25 बेसिस पॉइंट और जून में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई है।