सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक विजया बैंक लोन के लगभग 32,000 आवेदनों का पुनर्गठन कर रहा है।
बैंक के पास यह आवेदन आवासीय, सूक्ष्म, लघु एवं मझोली कंपनियों से आए हैं। मंदी ने कई कंपनियों के लोन भुगतान पर नकारात्मक असर डाला है खास तौर पर लघु एवं मझोली कंपनियों पर। इसीलिए बैंक इन कंपनियों द्वारा किए जाने वाले भुगतान की अवधि बढ़ाने और ब्याज दर भी कम करने की योजना बना रहा है।
बैंक के कार्यकारी निदेशक सुभाष चंद्र कालिया ने बताया, ‘हमारे पास देश भर से 32,170 आवेदन आए हैं जिनमें हमसे 3,353 करोड़ रुपये के ऋण को पुनर्गठित करने का आग्रह किया गया है। यह आवेदन हाउसिंग और लघु एवं मझोली कंपनियों की और से हैं।’ उन्होंने बताया कि फिलहाल बैंक ने 14,000 आवेदकों के आग्रह को मान लिया है।