ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों की आवासीय योजनाओं के तहत फंड की कमी को दूर करने के लिए ग्रामीण आवासीय फंड (आरएचएफ) के कोष को दुगुना कर इसे अब 2,000 करोड रुपये कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस फंड की स्थापना राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) द्वारा की गई है जिसका मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय योजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना और आवासीय वित्त कंपनियों से आने वाले फंडों की कमी पूरा करना है।
इस बारे में बिजनैस स्टैंडर्ड से बातचीत करते हुए एनएचबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एस श्रीधर ने कहा कि जुलाई 2008 में आरएचएफ का कोष 1,000 करोड़ रु पये था जिसे अब उपर्युक्त जरूरतों को पूरा करने के लिए बढ़ाकर 2,000 करोड रुपये कर दिया गया है।
इस फंड का प्रमुख लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों के लिए आवासीय योजना के तहत उनको धन की कमी से उबारना है। एनएचबी ने ग्रामीण क्षेत्रों में आवासीय सुविधा के लिए फंड मुहैया कराने के लिए ही आरएचएफ का गठन किया है।
आरएचएफ छोटे किसानों, भूमिहीन मजदूरों, बटाईदारों, महिलाओं और स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के लिए पात्र व्यक्तिओं के आवास के लिए धन की कमी को पूरा कर रहा है। श्रीधर ने कहा कि अब तक इस फंड से पीएलआई को 1,400 करोड रुपये का आवंटन किया जा चुका है। साथ ही श्रीधर ने कहा कि आएचएफ में विकास की काफी संभावनाएं हैं।