एक दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र से राज्य सभा का उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी ने धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मांडविया समेत चार और केंद्रीय मंत्रियों के टिकट काट दिए हैं। इससे संकेत मिलता है कि वे लोक सभा चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा ने उच्च सदन के लिए उम्मीदवार घोषित करते हुए महिलाओं, किसानों, अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग को प्रतिनिधित्व देने के साथ-साथ संघ परिवार से जुड़े नेताओं को साधने की भी प्रयास किया है। आगामी अप्रैल में राज्य सभा के 56 सांसद सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इनमें से 28 भाजपा के हैं।
भाजपा ने राज्य सभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए चार सासंदों को दोबारा मौका दिया है। इनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, एल मुरुगन और पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी शामिल हैं। जिन सात केंद्रीय मंत्रियों के टिकट काटे गए हैं, उनमें धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया पुरुषोत्तम रूपाला, भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, वी मुरलीधरन और नारायण राणे हैं। नड्डा के अलावा किसी अन्य सांसद को तीसरी बार राज्य सभा चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया गया है।
बीजू जनता दल ने घोषणा की है कि वह वैष्णव की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने मिलिंद देवरा को राज्य सभा भेजने का फैसल किया है। देवरा पिछले महीने की कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए थे।
सोनिया गांधी ने बुधवार की सुबह जयपुर में राज्य सभा के लिए नामांकन भरा। इस मौके पर उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद थे। सोनिया पहली बार राज्य सभा चुनाव लड़ रही हैं। वह अमेठी से 1999 में चुनाव जीतकर लोक सभा पहुंची थीं।