लोक सभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों का चयन करने के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की गुरुवार को बैठक होगी। इस बैठक में ही प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगाई जाएगी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सीईसी की बैठक 7 मार्च को शाम छह बजे होगी। इसमें लोक सभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सीईसी की बैठक में विभिन्न स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा भेजे नामों में से उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई जाती है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कुछ अन्य राज्यों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है।
सूत्रों का कहना है कि सीईसी की बैठक में करीब 100 लोक सभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर विचार होगा और प्रत्याशियों की पहली सूची कुछ दिनों के भीतर जारी हो सकती है। कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा था कि सात मार्च को सीईसी की बैठक के बाद लोक सभा चुनाव के लिए बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की घोषणा होने की उम्मीद है।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी के अलावा समिति में शामिल अन्य नेता बैठक में शिरकत करेंगे। कांग्रेस ने अभी तक आम चुनाव के लिए किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में अपने 195 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
इस बीच, अमेठी जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया है कि पार्टी नेता राहुल गांधी 2024 का लोक सभा चुनाव अमेठी से लड़ेंगे। नई दिल्ली में हुई एक अहम बैठक के बाद लौटे कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने बुधवार को बताया कि राहुल गांधी ही अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार होंगे, जिसकी घोषणा शीघ्र हो जाएगी।
सिंघल ने बताया कि चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई हैं, कार्यकर्ता अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाने की तैयारी कर रहे हैं। राहुल गांधी 2002 से 2019 तक अमेठी से सांसद रहे। वह 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नेता स्मृति इरानी से चुनाव हार गये थे। राहुल इस समय केरल के वायनाड से सांसद हैं।
वहीं, निर्वाचन आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए ‘पनौती’ और ‘जेबकतरा’ संबंधी बयानों के मद्देनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपने सार्वजनिक बयानों में अधिक सावधानी बरतने और सतर्क रहने को कहा है। पिछले साल दिसंबर में दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने गांधी से कहा कि वह स्टार प्रचारकों और राजनीतिक नेताओं के लिए जारी हालिया परामर्श का सही तरीके से पालन करें।