भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल बदलते हुए ‘मोदी का परिवार’ लिखते हुए इस बात का संदेश दिया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार के सदस्य हैं। भाजपा ने यह व्यापक अभियान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की उस टिप्पणी के बाद छेड़ा, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी परिवारवाद की आलोचना इसलिए करते हैं, क्योंकि उनका अपना परिवार नहीं है।
तेलंगाना के आदिलाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के 1.4 अरब लोग उनका परिवार हैं। मोदी ने कहा, ‘मेरा भारत ही मेरा परिवार है। बचपन में घर छोड़ते समय मैंने सपना देखा था कि मैं अपने देशवासियों के लिए जिऊंगा।’
पटना में रविवार को आयोजित विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की रैली के दौरान लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री मोदी पर ‘अपना परिवार’ नहीं होने को लेकर कटाक्ष किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि मोदी हिंदू नहीं है, क्योंकि जब उनकी मां का देहांत हुआ था तो उन्होंने अपनी दाढ़ी और सिर के बाल नहीं कटवाए थे।
प्रसाद की इस टिप्पणी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा मोदी की जाति, उनके पैतृक पेशे और माता-पिता के खिलाफ पिछले 16-17 वर्षों से लगातार गलतबयानी की जाती रही है। उन्होंने सवाल किया कि राजद नेता हिंदुत्व के बारे में कितना जानते हैं। त्रिवेदी ने कहा, ‘भारत में गुरु-शिष्य की परंपरा तो रही है, लेकिन पिता-बेटे की नहीं।’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भाजपा का लक्ष्य 2047 तक भारत को विकसित देश बनाना है, वहीं विपक्षी दलों का एकमात्र लक्ष्य सत्ता हासिल करना है।
तेलंगाना के आदिलाबाद में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से पूरे देश को अपना परिवार बताए जाने के कुछ देर बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के ‘प्रोफाइल’ पर अपने नाम के आगे ‘मोदी का परिवार’ लिखा और इस संबंध में एक अभियान शुरू कर दिया। भाजपा के मुख्यमंत्री, पार्टी के वरिष्ठ नेता और अन्य पदाधिकारी भी इस अभियान से जुड़ गए।
सबसे पहले भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने अपने प्रोफाइल में यह बदलाव किया और उसके बाद गृह मंत्री शाह ने फिर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गिरिराज सिंह, स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी, भूपेंद्र यादव, योगी आदित्यनाथ ने भी ऐसा किया।