RBI’s gold purchase Feb 2025: सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बीच आरबीआई (RBI) ने फरवरी के दौरान सोने की खरीद से परहेज किया। साल की शुरुआत यानी जनवरी में आरबीआई ने 2.8 टन सोना खरीदा था । इससे पहले बीते साल दिसंबर में लगातार 11 महीने की खरीद के बाद केंद्रीय बैंक ने खरीदारी से अपने हाथ खींचे थे।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश के गोल्ड रिजर्व में फरवरी के दौरान कोई बदलाव नहीं आया और यह जनवरी के लेवल यानी 879.01 टन पर बना रहा लेकिन कीमतों में शानदार तेजी के दम पर आरबीआई के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) में इस बेशकीमती धातु की हिस्सेदारी बढ़कर अब तक के उच्चतम स्तर 11.5 फीसदी पर पहुंच गई। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले यह तकरीबन 4 फीसदी ज्यादा है। 1 मार्च 2024 को देश का कुल गोल्ड रिजर्व 816.99 टन था और उस समय फॉरेक्स रिजर्व में उसकी हिस्सेदारी महज 7.74 फीसदी थी।
अवधि | गोल्ड रिजर्व (टन) | गोल्ड रिजर्व (अरब डॉलर ) | फॉरेक्स रिजर्व (अरब डॉलर ) |
1 मार्च 2024 | 816.99 टन | 48.42 | 625.63 |
31 जनवरी 2025 | 879.01 टन | 70.89 | 630.61 |
28 फरवरी 2025 | 879.01 टन | 73.27 | 638.69 |
स्रोत: आरबीआई (RBI)
पिछले साल जनवरी से आरबीआई लगातार अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ा रहा है। दिसंबर 2024 और फरवरी 2025 को छोड़ दें तो बाकी 12 महीनों के दौरान आरबीआई ने औसतन 6.3 टन सोना खरीदा।
जानकारों के अनुसार सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी की वजह से आरबीआई ने फरवरी के दौरान इस बेशकीमती धातु की खरीद से हाथ खींचना बेहतर समझा। हालांकि उनका यह भी मानना है कि बदलते जियो-पॉलिटिकल परिदृश्य के मद्देनजर भारत जैसे विकासशील देश आने वाले समय में अपने गोल्ड रिजर्व में इजाफा करना चाहेंगे। फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी फॉरेक्स रिजर्व को डायवर्सिफाई करने की रणनीति का भी हिस्सा है।
इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लगातार सातवें साल 2024 में अपने गोल्ड रिजर्व में इजाफा किया। बीते साल आरबीआई की तरफ से 72.6 टन गोल्ड की खरीदारी की गई। सालाना आधार पर देखें तो 2001 के बाद यह केंद्रीय बैंक की तरफ से सोने की तीसरी सबसे बड़ी खरीद है। इससे ज्यादा खरीदारी 2021 और 2009 में देखने को मिली थी। आरबीआई ने 2021 में 77 टन जबकि 2009 में 200 टन सोना खरीदा था।
कैलेंडर ईयर | सोने की खरीद (टन) |
2024 | 72.6 |
2023 | 16 |
2022 | 33 |
2021 | 77 |
2020 | 38 |
2019 | 32.7 |
2018 | 40.5 |
(स्रोत: आरबीआई)
लगातार चौथे महीने चीन के केंद्रीय बैंक ने की खरीदारी
इस बीच चीन के केंद्रीय बैंक ने फरवरी में लगातार चौथे महीने सोने की खरीदारी की। चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC) की तरफ से फरवरी 2025 में 5 टन सोने की खरीद की गई। इस तरह चीन में फरवरी के अंत तक गोल्ड रिजर्व बढकर 2,290 टन पर पहुंच गया जो उसके कुल फॉरेक्स रिजर्व का 5.9 फीसदी है। पिछले 4 महीने में चीन के केंद्रीय बैंक ने 25 टन सोना खरीदा है। इससे पहले छह महीने के ब्रेक यानी अप्रैल 2024 के बाद पहली बार नवंबर 2024 में चीन के केंद्रीय बैंक ने सोना खरीदा था। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC) की तरफ से नवंबर में 5 टन, दिसंबर में 10 टन जबकि जनवरी में 5 टन सोने की खरीद की गई थी। पूरे कैलेंडर ईयर 2024 की बात करें तो इस दौरान चीन के गोल्ड रिजर्व में 44 टन की बढ़ोतरी हुई। हालांकि 2022 के बाद सालाना आधार पर यह गोल्ड की सबसे कम खरीदारी है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि ट्रंप की जीत के बाद बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य (geo-political scenario) के मद्देनजर चीन के केंद्रीय बैंक की तरफ से सोने की खरीदारी जारी रह सकती है। बीते साल अप्रैल में लगातार 18वें महीने चीन के गोल्ड रिजर्व में इजाफा देखा गया था। अप्रैल के दौरान चीन का गोल्ड रिजर्व 2 टन बढ़कर 2,264 टन पर पहुंच गया था। हालांकि चीन के गोल्ड रिजर्व में यह 18 महीने की सबसे कम बढ़ोतरी थी। चीन के केंद्रीय बैंक ने 2023 के दौरान अपने गोल्ड रिजर्व में 225 टन की बढ़ोतरी की थी।
क्यों सेंट्रल बैंक खरीद रहे सोना ?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के के सर्वे (2024 Central Bank Gold Reserves (CBGR) survey) में भी यह बात सामने आई है कि केंद्रीय बैंकों की तरफ से खरीदारी की सबसे बड़ी वजह लॉन्ग टर्म स्टोर ऑफ वैल्यू यानी इन्फ्लेशन के खिलाफ हेज के तौर पर सोने की भूमिका है। खरीदारी की दूसरी बड़ी वजह इस कीमती धातु का संकट के दौर में प्रदर्शन है। तीसरी वजह पोर्टफोलियो को प्रभावी रूप से डायवर्सिफाई करने में सोने की भूमिका जबकि चौथी वजह डिफॉल्ट को लेकर सोने का जोखिम रहित होना है। जबकि पांचवीं वजह सोने का ऐतिहासिक महत्व (Historical Position) है।
Long-term store of value/inflation hedge: 88%
Performance during times of crisis: 82%
Effective portfolio diversifier: 76%
No default risk: 72%
Historical position: 71%
(Source: WGC)
कीमतें रिकॉर्ड हाई पर
भारत में इस साल अब तक सोने की कीमतों में तकरीबन 17 फीसदी की तेजी आई है। फरवरी के दौरान घरेलू कीमतों में तकरीबन 4 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई थी। हालांकि यूएस डॉलर में रिटर्न महज 1 फीसदी के करीब रहा था।
Gold price and performance in key currencies (as of 28 February 2025)
USD (oz) | EUR (oz) | JPY (g) | GBP (oz) | CAD (oz) | CHF (oz) | INR (10g) | RMB (g) | TRY (oz) | AUD (oz) | |
February price | 2,835 | 2,732 | 13,727 | 2,254 | 4,099 | 2,560 | 84,789 | 672 | 103,372 | 4,565 |
February return | 0.8% | 0.7% | -2.2% | -0.7% | 0.2% | -0.1% | 3.7% | 4.3% | 2.8% | 0.9% |
Y-t-d return | 8.6% | 8.4% | 4.0% | 8.1% | 9.2% | 8.1% | 11.7% | 9.0% | 12.0% | 8.2% |
Record high price | 2,937 | 2,821 | 14,356 | 2,346 | 4,192 | 2,658 | 86,360 | 689 | 106,908 | 4,636 |
Record high date | 19-Feb | 19-Feb | 13-Feb | 10-Feb | 25-Feb | 19-Feb | 19-Feb | 20-Feb | 25-Feb | 13-Feb |
(Source: Bloomberg, World Gold Council)
ब्याज दरों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से पहले सोने ने बुधवार (19 मार्च) को लगातार दूसरे कारोबारी दिन घरेलू और ग्लोबल मार्केट में नया ऑल टाइम हाई बनाया। गोल्ड में किस कदर तेजी है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि ग्लोबल मार्केट में इसने इस साल अब तक 15 दफे रिकॉर्ड हाई बनाया है। मतलब इस साल हर चौथे दिन गोल्ड नई ऊंचाई पर पहुंचा है।
आज कारोबार के दौरान एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क कॉन्ट्रैक्ट रिकॉर्ड 89,014 रुपये तक ऊपर गया। मंगलवार (18 मार्च) को यह 88,852 के हाई पर पहुंच गया था। घरेलू स्पॉट मार्केट में भी बुधवार को सोना 24 कैरेट (999) 88,680 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर देखा गया। ग्लोबल लेवल पर भी यही हाल है। बेंचमार्क स्पॉट गोल्ड आज कारोबार के दौरान 3,045.39 डॉलर प्रति औंस के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। बेंचमार्क यूएस गोल्ड फ्यूचर्स तो इससे भी आगे 3,052.40 डॉलर के रिकॉर्ड हाई पर दर्ज किया गया।