अगस्त महीने में भारत से विदेश जाने वाली शिपमेंट 13 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई, जो एक साल पहले की तुलना में 1.15 प्रतिशत कम है। इसकी प्रमुख वजह लंबा खिंच रहा रूस-यूक्रेन विवाद, बढ़ी महंगाई दर के रूप में वैश्विक व्यवधान और मंदी के डर से बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ऑर्डर को मूर्त रूप देने में देरी है। पिछले महीने की तुलना में निर्यात में 9 प्रतिशत की गिरावट आई है।
जुलाई 36.27 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था। वहीं कुल मिलाकर अप्रैल-अगस्त के दौरान निर्यात 192 अरब डॉलर रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 17.1 प्रतिशत ज्यादा है। अगस्त महीने में व्यापार घाटा थोड़ा कम होकर 28.68 अरब डॉलर रहा है, जो जुलाई में 30 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर था। निर्यात व आयात के बीच अंतर लगातार बढ़े स्तर पर बना हुआ है क्योंकि आयात अगस्त महीने में पिछले साल की तुलना में 36.78 प्रतिशत बढ़कर 61.68 अरब डॉलर हो गया है।
