वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि वित्त वर्ष 2022-23 की दिसंबर तिमाही में बनी भारत की वृद्धि की रफ्तार मार्च तिमाही में भी बने रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान मिल रहे प्रदर्शन के तमाम प्रमुख संकेतकों से यह पता चलता है।
इस माह की शुरुआत में विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की वसंत की बैठक के दौरान विकास समिति की बैठक में सीतारमण ने कहा, ‘मार्च 2024 में जीएसटी संग्रह अब 1.4 लाख करोड़ रुपये (21.5 अरब डॉलर के करीब) के आंकड़े को पार कर गया है, जो लगातार 12वें महीने मानक से ऊपर है। कुल मिलाकर मांग की स्थिति टिकाऊ वृद्धि बनाए रखने के अनुकूल है। ट्रैक्टर की बिक्री, ऑटो की बिक्री तेजी से बढ़ी है। यूपीआई से लेनदेन बढ़ा है और क्रेडिट कार्ट में दो अंकों की वृद्धि दर दर्ज हुई है।’वित्त मंत्रालय ने सीतारमण के भाषण से जुड़े कुछ ट्वीट किए थे, लेकिन बिजनेस स्टैंडर्ड ने 10 से 16 अप्रैल के बीच वित्तपोषण वाले बैंकों की बैठक के दौरान की पूरे भाषण की प्रति पढ़ी है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) जीडीपी के मार्च तिमाही के आंकड़े 31 मई को जारी करेगा।