facebookmetapixel
घने कोहरे की मार: दिल्ली समेत पूरे उतरी क्षेत्र में 180 से अधिक उड़ानें रद्द, सैकड़ों विमान देरी से संचालितनए साल पर होटलों में अंतिम समय की बुकिंग बढ़ी, पर फूड डिलिवरी करने वाले गिग वर्कर्स के हड़ताल से दबावबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, विदेश मंत्री एस जयशंकर ढाका जाएंगे अंतिम संस्कार मेंकमजोर गर्मी-लंबे मॉनसून के चलते 2025 में सुस्त रहा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बाजार, पर GST कटौती से राहत‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद बदला देश का सुरक्षा सिद्धांत, अब सीधे वार के लिए भारत तैयारउम्मीदों पर सवार ग्रामीण अर्थव्यवस्था! GST राहत और बढ़ी खपत ने संवारा, आय को लेकर उम्मीदें मजबूतMapmyIndia के मैपल्स ऐप में मेट्रो, रेल व बस रूट जुड़े, पब्लिक ट्रांसपोर्ट हुआ और आसान31 दिसंबर की गिग कर्मियों की हड़ताल से क्विक कॉमर्स पर संकट, जोमैटो-स्विगी अलर्ट मोड मेंAI से बदलेगा बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग उद्योग, कैपजेमिनाई-WNS डील ने खोली नई राहTata Power ने रचा इतिहास, राजस्थान में 1 गीगावॉट सौर परियोजना की सफल शुरुआत

डीटीएच पर इनायत से केबल जगत खफा

Last Updated- December 08, 2022 | 9:04 AM IST

सरकार की ओर से डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच) में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मौजूदा सीमा 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी करने  जा रही है।


सरकार के इस कदम से देशभर में करीब 8 करोड़ घरों तक पहुंच बनाने वाला केबल उद्योग खासा नाराज है। उनके मुताबिक, केबल उद्योग में भी विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए।

सूत्रों का कहना है कि डीटीएच में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पास है, जबकि अगले कुछ दिनों में इसे कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेशी निवेश की सीमा में किसी तरह की बढ़ोतरी का निर्णय कैबिनेट से हरी झंडी मिलने के बाद ही हो सकता है।

मौजूदा समय में डीटीएच में 49 फीसदी विदेशी निवेश की अनुमति है, जिनमें से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (इसमें संस्थागत विदेशी निवेश भी शामिल है) 20 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकता है। जबकि शेष निवेश व्यक्तिगत विदेशी निवेशक कर सकते हैं।

सरकार की योजना है कि डीटीएच में विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाकर 74 फीसदी की जाए। इसके तहत प्र्रत्यक्ष विदेशी निवेश का हिस्सा 20 से बढ़ाकर 49 फीसदी किया जा सकता है।

हालांकि केबल उद्योग में भी विदेशी निवेश की सीमा 49 फीसदी है, लेकिन मंत्रालय की ओर से इसमें कोई फेर-बदल की योजना नहीं है।

सरकार के एक सूत्र ने बताया कि केबल उद्योगों में सुरक्षा कारणों से विदेशी निवेश की सीमा नहीं बढ़ाने की योजना है, क्योंकि इसकी पहुंच देश के करोड़ों घरों तक है।

मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर एलायंस के अध्यक्ष अशोक मनसुखानी का कहना है कि सरकार के इस कदम से केबल को डिजिटल करने की योजना पर पानी फिर सकता है।

डीटीएच में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी करने की योजना

केबल उद्योग ने भी निवेश सीमा बढ़ाने की मांग की

First Published - December 15, 2008 | 12:28 AM IST

संबंधित पोस्ट