हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज (डीआरएल) अगले महीने कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के लिए दो बड़े लॉन्च की तैयारी में जुटी है। कंपनी अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए इंजेक्शन वाली दवा रेमडिसिविर और हल्के से मध्यम स्तर के लक्षण वाले मरीजों के लिए फैविपिराविर की पेशकश करेगी। हालांकि कंपनी ने स्वीकार किया है कि देश में दवा के पर्चे कम मिलने की वजह से कमाई का नुकसान हुआ है और वॉकहार्ट अधिग्रहीत पोर्टफोलियोंं में वृद्धि कम है जबकि कोविड 19 के पोर्टफोलियो में तेजी है।
रेमडिसिविर और फैविपिराविर के अलावा कोविड 19 से जुड़े प्रमुख उत्पादों में डीआरएल ने पहले से ही महामारी के दौरान न्यूट्रास्यूटिकल उत्पाद और हैंड सैनिटाइजर की पेशकश की है। डीआरएल ने कहा कि एजिथ्रोमाइसिन (कोविड में इस्तेमाल होने वाला कॉमन एंटीबायोटिक) जैसी दवाइयों में भी तेजी देखी गई।
डीआरएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) इरेज इजरायली ने महसूस किया कि इन दवाओं और उत्पादों को एक व्यापक परिदृश्य के लिहाज से पेश किया गया है और यह केवल महामारी के लिए लक्षित नहीं है। हालांकि इजरायली भी यह महसूस करते हैं कि कोविड 19 स्वास्थ्य संकट फि लहाल कम से कम एक साल तक तो बना रहेगा जिसका मतलब यह है कि कोविड लक्षित उत्पादों और दवाइयों का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। इजरायली ने कहा, ‘जब तक कोई टीका नहीं बनता तब तक महामारी कम से कम एक साल या फि र इससे अधिक समय के लिए बनी रहेगी। फेविपिराविर से जुड़े हमारे डेटा दर्शा रहे हैं कि यह एक अच्छा उत्पाद है।’
डीआरएल जापान के फुजीफिल्म टोयामा केमिकल कंपनी और ग्लोबल रिस्पांस एड (जीआरए) के साथ अपने गठजोड़ के जरिये फेविपिरावीर के इनोवेटर ब्रांड एविगन को लॉन्च करने जा रही है । 30 जून को हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते के मुताबिक फुजीफिल्म डीआरएल को विनिर्माण से जुड़े अधिकार देता है और यह डीआरएल और जीआरए दोनों को जापान, चीन और रूस के अलावा अन्य सभी देशों में एविगन तैयार करने, बेचने और वितरित करने का अधिकार भी देता है। भारत में डीआरएल के पास इनोवेटर ब्रांड एविगन पर विशेष अधिकार होगा।
