सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज को अभी अपने नए सीईओ और सीएफओ के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है।
सत्यम के बोर्ड के सदस्य तरुण दास का कहना है कि नये सीईओ और सीएफओ की नियुक्ति करने में कुछ कानूनी बाध्यताएं आ रही हैं।
दास का कहना है कि इस वक्त बोर्ड की सबसे बड़ी प्राथमिकता कंपनी और कर्मचारियों को स्थिरता देना है। सत्यम को खरीदने में 7 देसी विदेशी कंपनियों की दिलचस्पी की बात भी दास ने कही।
दास ने कहा कि टाटा केमिकल्स के पूर्व प्रबंध निदेशक होमी खुसरोखान और मुरुगप्पा समूह के पूर्व वित्त निदेशक पार्थो दत्ता सीईओ और सीएफओ की होड़ में शामिल नहीं हैं। खुसरोखान, फिलहाल सत्यम के बोर्ड में हैं।
दास का कहना है कि ग्राहकों से भुगतान मिलना शुरू हो गया है। इसके अलावा कुछ बैंक भी कंपनी की सहायता करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि एचएसबीसी, आईसीआईसीआई और बीएनपी पारिबा बैंकों के अलावा कुछ नये बैंकों से भी बात चल रही है।
सत्यम को खरीदने में 7 कंपनियों की दिलचस्पी
सीईओ, सीएफओ की नियुक्ति में आ रही हैं कानूनी बाध्यताएं
खुसरोखान औैर पार्थो दत्ता दौड़ में नहीं नये बैंक मदद को राजी
फिडेलिटी ने खरीदी सत्यम में 2.5 फीसदी हिस्सेदारी