प्रौद्योगिकी-केंद्रित घरेलू सेवा प्रदाता अर्बन कंपनी अगले तीन साल में आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। कोविड-19 महामारी से घरेलू सेवाओं में तेजी आई है, क्योंकि घर पर रहने वाले और ऑनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ रही है। एक्सेल पार्टनर्स, रतन टाटा और फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति जैसे निवेशकों द्वारा समर्थित इस कंपनी ने हाल में कोविड-पूर्व व्यवसाय का 140 प्रतिशत आंकड़ा पार किया है।
अर्बन कंपनी के सह-संस्थापक अभिराज बहल ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘हम अगले दो वर्षों में आईपीओ लाने की सोच रहे हैं। मेरा मानना है कि हम अगले 6 महीने में कंपनी के तौर पर काफी तेजी से बढ़ सकते हैं। हम सकारात्मक हालात देख रहे हैं। महामारी की वजह से लोग बाहर निकलना नहीं चाहते, इसलिए वे घर पर सेवाएं हासिल कर रहे हैं। वे ऐसी संगठित कंपनी पर निर्भर रहना चाहते हैं जो सुरक्षा का खयाल रखती हो।’
नवंबर 2014 में अभिराज बहल, वरुण खैतान और राघव चंद्रा द्वारा स्थापित अर्बन कंपनी (पूर्व में अर्बनक्लैप) भारत और संयुक्त अरब अमीरात की सबसे बड़ी होम सर्विस कंपनी है। वह अपने मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिये ग्राहकों को घर पर ब्यूटी और स्पा, क्लीनिंग, प्लम्बिंग, कारपेंटरी, अप्लायंस रिपेयर और पेंटिंग जैसी सेवाएं मुहैया कराती है। उसकी बाजार भागीदारी करीब 1.5 प्रतिशत है, जिसमें से ज्यादातर ऑफलाइन है।
गुरुग्राम स्थित यह कंपनी 27,000 सेवा भागीदारों के साथ काम करती है। कंपनी भारत में 18 शहरों और 4 अंतरराष्ट्रीय बाजारों में परिचालन करती है जिसमें दुबई, अबू धाबी, सिडनी और सिंगापुर शामिल हैं। कंपनी ने अगले कुछ वर्षों में टियर-2 और टियर-3 शहरों में अपना परिचालन बढ़ाने के लिए निवेशकों से करीब 19.09 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई है। बहल ने कहा, ‘हम भारत में टियर-2 शहरों में बदलाव को लेकर बेहद उत्साहित हैं। अब क हम देश में सिर्फ 18 शहरों में मौजूद हैं और हमारा मकसद प्रमुख 50 शहरों में उपस्थिति बनाना है।’
कंपनी ब्यूटी और वेलनेस तथा होम रिपेयरर्स एवं मैंटेनेंस श्रेणियों में सेवाओं के लिए अच्छी मांग देख रही है। उदाहरण के लिए, घर पर ब्यूटी और वेलनेस में महामारी के बीच करीब 4-5 गुना तेजी आई है। उन्होंने कहा, ‘हम आपूर्ति में तेजी लाने के लिए तैयार हैं। हमने नाइयों को ढूंढ़ा, उन्हें कौशल प्रदान किया और ऑनलाइन से जोडऩे तथा टूल्स मुहैया कराने में सक्षम बनाया।’ महामारी की वजह से, स्थानीय सेवा क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ था और बड़ी चुनौती यह थी कि क्या कंपनी ऐसे हालात में लगातार आगे बढ़ सकेगी। कंपनी ने जून में अपना परिचालन पुन: शुरू किया और तब से उसने तेज सुधार दर्ज किया है। लॉकडाउन के दौरान अर्बन कंपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं के संबंध में काफी प्रयास किए, जिनमें स्टाफ को टे्रनिंग देना, दैनिक टेम्परेचर जांच और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की खरीद मुख्य रूप से शामिल थे।
दूसरे पीई फंड के लिए 5 अरब डॉलर जुटा रही ब्लैकस्टोन
ब्लैकस्टोन गु्रप इंक अपने दूसरे निजी इक्विटी फंड (एशिया पर केंद्रित) के लिए लगभग 5 अरब डॉलर जुटाने की संभावना तलाश रहा है। इस घटनाक्रम से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि अमेरिकी निजी इक्विटी फर्म आगामी महीनों में फंड का आकार भी बढ़ा सकती है और यह उसके लिए मांग के स्तर पर निर्भर करेगा।
सूत्रों के अनुसार ब्लैकस्टोन ने 2021 की पहली तिमाही में नया फंड पेश करने की योजना बनाई है। सूत्र ने कहा कि ब्लैकस्टोन के पहले एशिया प्राइवेट इक्विटी फंड जैसी नई योजनाएं भारत, जापान, कोरिया और आस्टे्रलिया पर केंद्रित होंगी। कंपनी ने करीब 2.3 अरब डॉलर का अपना पहला एशियाई प्राइवेट इक्विटी फंड वर्ष 2018 में पूरा किया था। ब्लूमबर्ग ने शुरू में जानकारी दी थी कि ब्लैकस्टोन ने दूसरा एशिया-केंद्रित फंड शुरू करने की योजना नाई है। रॉयटर्स