दूरसंचार नियामक ट्राई ने गुरुवार को मोबाइल सेवाओं के लिए तीन नये स्पेक्ट्रम बैंड…37-37.5 गीगाहर्ट्ज, 37.5-40 गीगाहर्ट्ज और 42.5-43.5 गीगाहर्ट्ज की नीलामी पर विभिन्न पक्षों से सुझाव मांगे। नियामक ने इसने मूल्य निर्धारण, वैधता और इन रेडियो तरंगों की भुगतान शर्तों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए एक परामर्श पत्र जारी किया।
यह पहली बार है कि 37-37.5 गीगाहर्ट्ज, 37.5-40 गीगाहर्ट्ज और 42.5-43.5 गीगाहर्ट्ज में तीन स्पेक्ट्रम बैंड नीलामी के लिए रखे जा रहे हैं। यह प्रस्ताव भविष्य में 5जी सेवाओं के लिए 4,000 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम उपलब्ध कराएगा।
ये ब्लॉक 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज से अलग हैं। इन ब्लॉक को 6 जून को होने वाली स्पेक्ट्रम नीलामी में रखा जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है ‘भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने आज आईएमटी (इंटरनेशनल मोबाइल टेलिफोनी) के लिए पहचाने गए 37-37.5 गीगाहर्ट्ज, 37.5-40 गीगाहर्ट्ज और 42.5-43.5 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी पर एक परामर्श पत्र जारी किया है।’
ट्राई ने परामर्श पत्र में इन नये बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी की विभिन्न बारीकियों पर उद्योग की राय मांगी है।