प्रीमियम और लक्जरी घड़ी सेगमेंट में अपनी पैठ मजबूत करने के मकसद से टाइटन इंडस्ट्रीज ने हाल ही में ऑटोमैटिक कलेक्शन लॉन्च किया है।
कुल 13 मॉडलों में पेश की गई घड़ी की कीमत 8,000 से 16,000 के बीच है। कंपनी का मानना है कि वह घरेलू बाजार में सालाना 60,000-70,000 घड़ियों की बिक्री का लक्ष्य पूरा करेगी।
टाइटन ऐंड रिटेल के बिानेस हेड अजय चावला का कहना है कि ऑटोमैटिक वॉच सेगमेंट में बढ़ती मांग को देखते हुए कंपनी की ओर से यह पहल की गई है। कंपनी का मानना है कि टाइटन एक जाना-पहचाना ब्रांड है, जिसके उत्पादों पर लोग भरोसा करते हैं। ऐसे में नए उत्पाद को भी लोग पसंद करेंगे।
चावला का कहना है कि अब तक इस सेगमेंट में स्विस घड़ी निर्माताओं का वर्चस्व था, लेकिन टाइटन के इस सेगमेंट में उतरने से इस सेगमेंट में भी प्रतिस्पद्र्धा बढ़ेगी। हालांकि उनका यह भी कहना है कि अभी इस सेगमेंट की बिक्री बहुत ज्यादा नहीं है।
भारत में सालाना 2,800 करोड़ रुपये के घड़ियों की बिक्री होती है। इनमें प्रीमियम और लक्जरी सेगमेंट की हिस्सेदारी करीब 500 करोड़ रुपये की है। लेकिन यह सेगमेंट सालाना 35 फीसदी की दर से विकास कर रहा है, यानी सालाना करीब 150-200 करोड़ रुपये की बिक्री बढ़ रही है।
लक्जरी सेगमेंट के कीमतों की बात करें, तो बेसिक मॉडल की कीमत 10,000 से 1,00,000 रुपये के बीच है, जबकि सुपर लक्जरी मॉडल की कीमत 1,00,000 से 10,00,000 रुपये के बीच है। बाजार के जानकारों का कहना है कि टाइटन का मुकाबला हाईऐेंड सेगमेंट में नहीं, बल्कि मध्य सेगमेंट में होगा। यानी कंपनी को फॉसिल, गेस, स्प्रिट से कड़ी टककर मिलेगी।
टाइटन जूप ब्रांड के साथ किड्स सेगमेंट में फिर से उतरने की योजना बना रही है। गौरतलब है कि कुछ साल पहले कंपनी इस सेगमेंट से बाहर निकल चुकी थी। चावला ने बताया कि कंपनी इस साल के अंत तक देशभर के करीब 30-40 शहरों में जूप ब्रांड के तहत किड्स के लिए घड़ियां उतारने की योजना बना रही है। इन घड़ियों की कीमत 350-900 रुपये के बीच होगी।
उल्लेखनीय है कि सोनाटा और टाइटन ब्रांड के तहत कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में दिसंबर 2008 तक 668.45 करोड़ रुपये के घड़ियों की बिक्री की, जबकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री 609.90 करोड़ रुपये थी।
कंपनी विस्तार योजना के तहत इस साल के अंत तक 40 और स्टोर खोलने की योजना बना रही है, जिसका परिचालन फ्रैंचाइजी के तहत किया जाएगा। अभी कंपनी के कुल 260 स्टोर हैं, जिनमें 10 फीसदी स्टोर कंपनी के हैं, जबकि शेष फ्रैंचाइजी के तहत चलाए जा रहे हैं।
लॉन्च की प्रीमियम ऑटोमैटिक वॉच
किड्स सेगमेंट में फिर से उतरने की कर रही है तैयारी
