तिलैया की अल्ट्रा मेगा बिजली परियोजना पर भी रिलायंस पावर (आर पावर) का ठप्पा लग गया है।
अनिल अंबानी समूह की इस कंपनी ने 1.77 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली की आपूर्ति करने की बोली लगाकर झारखंड राज्य में बनने वाली यह परियोजना अपनी झोली में डाल ली। बोली लगाने वाली चारों कंपनियों में आर पावर की बोली सबसे कम थी।
अनिल अंबानी की झोली में यह तीसरी अल्ट्रा मेगा बिजली परियोजना है। इससे पहले मध्य प्रदेश की सासन और आंध्र प्रदेश की कृष्णपट्टनम परियोजनाएं भी आर पावर को ही मिली हैं।आर पावर ने तिलैया की होड़ में सरकारी कंपनी एनटीपीसी, जिंदल स्टील ऐंड पावर और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को पछाड़ा।
16,000 से 18,000 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के लिए दूसरी सबसे कम बोली एनटीपीसी की थी। कंपनी ने 2.39 रुपये प्रति यूनिट की कीमत पर बिजली बेचने की बात कही थी। जिंदल स्टील ऐंड पावर ने 2.69 रुपये और स्टरलाइट ने 2.97 रुपये की बोली लगाई थी।
परियोजना के लिए शुरुआत में 11 कंपनियों को बोली लगाने के लिए चुना गया था। लेकिन वित्तीय संकट और वैश्विक मंदी को देखते हुए कई कंपनियों ने बाहर निकलना ही मुनासिब समझा।
जानकार आर पावर की बोली को सुनकर खासे हैरत में हैं। उनके मुताबिक यह बोली वास्तव में बेहद कम है। दूसरी सबसे कम बोली और आर पावर की बोली में 62 पैसे का फर्क इसे बयां भी करता है। लेकिन सासन में 1.19 रुपये प्रति यूनिट की बोली के मुकाबले यह काफी ज्यादा है।
हालांकि आर पावर के मुख्य कार्य अधिकारी जे पी चलासानी ने इसमें भी अच्छा मार्जिन कमाने की बात कही। बाजार के जानकारों का कहना है कि कंपनी को इस परियोजना में रकम की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। लेकिन चलासानी ने कहा, ‘हमें रकम की दिक्कत होने का कोई अंदेशा नहीं है।’
देश की चौथी अल्ट्रा मेगा बिजली परियोजना
मध्य प्रदेश में सासन की तरह पिटहेड कोयला आधारित परियोजना
11 कंपनियों ने लगाईं बोली, आखिरी दौर में सिर्फ चार
रिलायंस पावर ने लगाई सबसे कम बोली, लेकिन 1.77 रुपये प्रति यूनिट की उसकी बोली सासन परियोजना के लिए कंपनी की बोली (1.19 रुपये) से कहीं ज्यादा
2.39 रुपये प्रति यूनिट की बोली के साथ एनटीपीसी दूसरे और जिंदल स्टील ऐंड पावर (2.69 रुपये) तीसरे पायदान पर
रिलायंस पावर को तिलैया में दिख रहा है जबरदस्त मुनाफा