सत्यम की घटना के बाद प्राइस वाटरहाउस इंडिया (पीडब्ल्यू) को ऐसा सदमा लगा कि अभी तक वह उससे उबरने की कवायद में जुटी हुई है।
इसी दिशा में प्राइस वाटरहाउस कूपर्स की ऑडिटिंग कंपनी प्राइस वाटरहाउस ने चार सदस्यों के एक सलाहकार बोर्ड का गठन किया है। इसमें तीन सदस्य पूर्व नौकरशाह होंगे। नरेश चंद्र इस सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष होंगे।
नरेश चंद्र पूर्व कैबिनेट सचिव हैं और कॉर्पोरेट गवनर्ेंस से जुड़े रहे हैं। इसके अलावा पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक वी. के. शुक्ला, खदान मंत्रालय के पूर्व सचिव बी. बी. टंडन और पीडब्ल्यूसी की सिंगापुर शाखा के वरिष्ठ पार्टनर गौतम बनर्जी भी सलाहकार बोर्ड के सदस्य होंगे।
पीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष रमेश राजन ने प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से कहा, ‘बोर्ड के सदस्यों के पास काफी अनुभव है और वे इसका उपयोग हमारे ग्राहकों और शेयरधारकों को बेहतर गुणवत्ता वाली सेवा देने में करेंगे। उनके अमूल्य अनुभव का इस्तेमाल विकास की एक नई इबारत लिखेगा।’
हालांकि कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि सलाहकार बोर्ड कार्यकारी प्राधिकरण की तरह काम नहीं करेगा। इस बोर्ड का एकमात्र काम सलाह देना होगा। इससे शेयरधारकों और ग्राहकों की उम्मीदों को तरजीह देने में मदद मिलेगी।
पीडब्ल्यू की रणनीतिक निर्णय कायम रखने में भी सलाहकार बोर्ड की बड़ी भूमिका होगी। सत्यम फर्जीवाड़े में लिप्त होने के आरोप में 24 जनवरी को पीडब्ल्यू के दो अधिकारी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
तीन सदस्य होंगे पूर्व नौकरशाह
बोर्ड में होंगे नरेश चंद्र, वी. के. शुक्ला, बी. बी. टंडन और गौतम बनर्जी
सत्यम की खुली पेशकश 12 जून को
आईटी कंपनी टेक महिंद्रा सत्यम की 20 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए 12 जून को खुली पेशकश करेगी। यह पेशकश 1 जुलाई 2009 को बंद होगी।
सत्यम कंप्यूटर के शेयरधारकों के लिए जारी सार्वजनिक सूचना में टेक महिंद्रा ने कहा कि टेक महिंद्रा सत्यम के 19. 90 करोड़ शेयर खुली पेशकश के जरिए 58 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर खरीदना चाहती है।
