ई-कॉमर्स दिग्गज एमेजॉन, फ्ल्पिकार्ट और अन्य कंपनियों की त्योहारी सत्र की बिक्री जोरदार रही है। अधिक मात्रा में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या से इस वैश्विक महामारी ने ग्राहकों का रुख ई-कॉमर्स की ओर बढ़ा दिया है।
परामर्श कंपनी रेडसीर की नई रिपोर्ट के अनुसार मध्य अक्टूबर से नवंबर के बीच एक महीने चलने वाली भारत की ऑनलाइन त्योहारी बिक्री ब्रांड और विक्रेताओं समेत सकल रूप से 8.3 अरब डॉलर की रही है जो सालाना आधार पर करीब 65 प्रतिशत अधिक है। यह प्रदर्शन के लिए किए गए पूर्वानुमान से भी अधिक है।
रेडसीर के निदेशक मृगांक गुटगुटिया ने कहा कि इस त्योहारी सत्र के दौरान वृद्धि दर बहुत आशावान रही है। हमने सात अरब डॉलर की बिक्री का पूर्वानुमान जताया था, लेकिन असल आंकड़े हमारी उम्मीदों से भी आगे निकल गए जो यह बात दर्शाते हैं कि वैश्विक महामारी की मार वाले इस वर्ष में भी उपभोक्ताओं के लिए ऑनलाइन खरीदारी कितनी सुविधाजनक हो गई है।
इस साल के त्योहारी सत्र के दौरान पिछले साल के मुकाबले ग्राहकों की संख्या में 88 फीसदी का इजाफा दिखाई दिया है। इसमें करीब चार करोड़ खरीदार मध्य और बड़े शहरों के रहे। सभी उत्पादों में मोबाइल हावी रहे, प्रति ग्राहक सकल व्यापारिक मूल्य गिरकर 6,600 रुपये के स्तर पर आ गया, जबकि पिछले त्योहारी सत्र में यह 7,450 रुपये था। इसके अलावा सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) पिछले साल के पांच अरब डॉलर से बढ़कर इस साल 8.3 अरब डॉलर हो गया।
बिक्री से पहले की जोरदार जागरूकता और प्रभावी अभियान से संचालित धारणा जैसे कारकों से विभिन्न श्रेणियों में व्यापक पसंद, निर्बाध आपूर्ति शृंखला की योजना से फ्लिपकार्ट और एमेजॉन को इस त्योहारी सीजन के दौरान वृद्धि में मदद मिली।
एस्ट्राजेनेका ने 1 करोड़ मधुमेहरोगियों तक पहुंचने के लिए किया करार
एस्ट्राजेनेका इंडिया ने अगले तीन वर्षों में 1 करोड़ मधुमेहरोगियों तक पहुंचने के लक्ष्य के साथ रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई) के साथ करार किया है। इसके तहत अनियंत्रित मधुमेह के कारण होने वाली तमाम जटिलताओं को रोकने के लिए डिजिटल माध्यम से सही जागरूकता पैदा की जाएगी। खबरों के अनुसार भारत में 2030 तक मधुमेह से पीडि़त रोगियों की संख्या लगभग 11.5 करोड़ होगी और हृदयरोग के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले करीब 44 फीसदी मरीज टाइप 2 मधुमेह से पीडि़त होंगे। बेंगलूरु की कंपनी ने कहा कि ऐसे में यह जरूरी है कि भारत में हृदय रोग को कम करने के लिए मधुमेह को नियंत्रित किया जाए। एस्ट्राजेनेका इंडिया के उपाध्यक्ष (चिकित्सा एवं नियामकीय) अनिल कुकरेजा ने कहा, ‘हम मधुमेह रोगियों को सशक्त बनाने के लिए सोशल मीडिया जैसे डिजिटल चैनलों का लाभ उठाएंगे ताकि वे रोग से संबंधित जटिलताओं का प्रबंधन और जल्द रोकथाम कर सकें।’ बीएस