प्रमुख इस्पात कंपनियों- स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) और जिंदल स्टील ऐंड पावर- ने जुलाई में सालाना आधार पर दमदार बिक्री दर्ज की हैं। सेल ने जुलाई 2020 में 15.83 लाख टन मात्रात्मक बिक्री दर्ज की जो जुलाई महीने में अब तक का उसका सबसे अच्छा प्रदर्शन है। जुलाई 2019 के मुकाबले कंपनी ने मात्रात्मक बिक्री में करीब 50 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। महीने के दौरान कंपनी ने घरेलू बाजार में 12.73 लाख टन इस्पात की बिक्री की जबकि 3.10 लाख टन इस्पात का निर्यात किया गया। इस प्रकार पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री में 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि निर्यात में 349 फीसदी की वृद्धि हुई।
सेल ने कहा है कि रणनीतिक विपणन एवं ग्राहक केंद्रित परिचालन के कारण उसके प्रदर्शन बेहतर रहा। पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कीमत घटने के बावजूद नकदी संग्रह में सुधार हुआ। साथ ही तमाम सख्त वित्तीय उपायों के जरिये कंपनी अपने ऋण बोझ को 50,000 करोड़ रुपये से नीचे लाने में सफल रही।
सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने कहा, ‘पहले शुरू किए गए उपायों का फायदा अब बिक्री के आंकड़ों, इन्वेंटरी में कमी, नकदी संग्रह में इजाफा और उधारी में कमी के रूप में दिखना शुरू हो गया। कंपनी अपना ऋण बोझ घटाने पर ध्यान केंद्रित करेगी ताकि वह सभी हितधारकों की अपेक्षाओं को पूरा कर सके।’
जिंदल स्टील ऐंड पावर (जेएसपीएल) ने एकल आधार पर जुलाई में 6,37,000 टन इस्पात की बिक्री दर्ज की जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 29 फीसदी अधिक है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने एकल आधार पर 4,93,000 टन इस्पात की बिक्री की थी। मेकित आधार पर जुलाई 2020 में कंपनी ने 7,62,000 टन इस्पात की बिक्री की जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 25 फीसदी अधिक है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने समेकित आधार पर 6,11,000 टन इस्पात की बिक्री की थी।
जेएसपीएल के प्रबंध निदेशक वीआर शर्मा ने कहा कि महीने के दौरान भारतीय उद्योग जगत का परिचालन सामान्य हो रहा था। इस दौरान कंपनियों ने आपूर्ति शृंखला संबंधी बाधाओं को दूर किया और श्रमिक धीरे-धीरे काम पर लौटने लगे जिससे घरेलू बाजार में इस्पात की मांग बढ़ी। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा कर अर्थव्यवस्था को सहारा देने की कोशिश की जिससे काफी मदद मिली।’
जुलाई 2020 में एकल आधार पर कंपनी की कुल बिक्री में निर्यात का योगदान 39 फीसदी रहा और कंपनी ने 2,50,000 टन इस्पात का निर्यात किया। एकल आधार पर इस्पात का उत्पादन भी जुलाई 2020 में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 13 फीसदी बढ़कर 6,03,000 टन हो गया। जबकि समेकित आधार पर इस्पात का उत्पादन 13 फीसदी बढ़कर 7,40,000 टन हो गया।
उद्योग सूत्रों ने कहा कि आमतौर पर अधिकतर कंपनियों के लिए जुलाई 2020 के आंकड़े बेहतर रहे, खासकर सालाना आधार पर मात्रात्मक बिक्री के लिहाज से। इसे मुख्य तौर पर अटकी हुई मांगों से रफ्तार मिली।
